ग्वालियर। टायर एजेंसी के सेल्समैन द्वारा फर्जी बिल बनाकर टायरों की सेल कर लाखों की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है. धोखाधड़ी का पता उस समय चला जब एजेंसी के मालिक ने खरीद और बिक्री की ऑडिट की, जिसकी शिकायत एजेंसी के मालिक ने थाने पहुंचकर पुलिस से की है. पुलिस ने एजेंसी के मालिक की शिकायत पर धोखाधड़ी करने वाले सेल्समैन के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है.
15 लाख रुपए की धोखाधड़ी
टायर एजेंसी के सेल्समैन ने लॉकडाउन के दौरान फर्जी बिल लगाकर मालिक से 15 लाख रुपए की धोखाधड़ी कर ली. पुलिस के मुताबिक टायर कारोबारी पवन कालरा का इंदरगंज थाना क्षेत्र के रोशनीघर के पास एमपी टायर्स प्राइवेट लिमिटेड नाम से दुकान है. वही ट्रांसपोर्ट नगर में उनका एक गोदाम भी है.
पिता की मौत के बाद मिली थी नौकरी
दुकान में काम करने वाले सेल्समैन निखिल दुबे निवासी बहोड़ापुर के पिता टायर एजेंसी पर गार्ड का काम काफी लंबे समय से करते थे और उन्हें कैंसर की बीमारी हो गई थी, जिसके बाद एजेंसी के मालिक पवन कालरा ने सेल्समैन निखिल दुबे के पिताजी के पुराने कर्मचारी होने के कारण निखिल दुबे को सेल्समैन की नौकरी पर रख लिया था.
ऐसे हुआ खुलासा
एजेंसी की ओर से जब टायर का ऑर्डर देने वालों से संपर्क किया गया तो पता चला कि उन्होंने न तो ऑर्डर दिया है और न उनके यहां टायर पहुंचे है. जब मालिक ने सभी बिल चेक किए तो वह सारे बिल फर्जी निकले, जिस पर एजेंसी मालिक ने निखिल से संपर्क किया तो वह जल्द बिलों का भुगतान करवाने का भरोसा देता रहा. लेकिन काफी इंतजार के बाद भी भुगतान नहीं हुआ तो एजेंसी मालिक ने थाने पहुंचकर सेल्समैन के खिलाफ पुलिस से शिकायत की.