ग्वालियर। शहर के प्राणी उद्यान में सैलानियों को चिंपांजी भी देखने का मौका मिलेगा. जल्दी ही सिंगापुर से चिंपांजी का एक जोड़ा ग्वालियर आने वाला है. दिल्ली स्थित सेंट्रल जू अथॉरिटी और सिंगापुर के बीच चिंपांजी का जोड़ा के लिए डील हो चुकी है चिंपांजी के बदले में ग्वालियर से टाइगर सिंगापुर भेजे जायेंगे. स्पेशल फ्लाइट के जरिए चिंपांजी का जोड़ा ग्वालियर पहुंचेगा.चिंपांजी की बढ़ती डिमांड को देखते हुए चिड़ियाघर प्रबंधन ने कवायद शुरू की है. यही वजह है कि सिंगापुर से चिंपांजी का जोड़ा ग्वालियर पहुंचेगा.
इसलिए खास होता है चिंपांजी
दुनिया के 14 देशों में चिंपांजी पाए जाते हैं. दुनियाभर में अब तो लाख चिंपांजी मौजूद है. चिंपांजी धरती के सबसे बुद्धिमान जानवरों में से गिना जाता है. चिंपांजी की औसत आयु 40 से 60 वर्ष तक की होती है. चिंपांजी मनुष्य से 7 गुना ज्यादा ताकतवर होते हैं. चिंपांजी का 96% डीएनए इंसानों से मिलता है इंसान की तरह चिंपांजी के हाथ में भी 4 उंगलियां और एक अंगूठा होता है. चिंपांजी शाकाहारी और मांसाहारी दोनों तरह की चीजें खाते हैं. चिंपांजी के मुंह में भी इंसानों की तरह 32 दांत होते हैं.