शिवपुरी। बदरवास तहसील के ग्राम बढोखरा में 17 करोड़ से भी ज्यादा की लागत से बना तालाब भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया. भारी बारिश के चलते तालाब फूट गया. जिससे कई गांवों में पानी भर गया. किसानों की सैकड़ों एकड़ फसल चौपट हो गई. शिवपुरी में अच्छी बारिश के चलते नदी नाले उफान पर हैं. इसके साथ ही बारिश से हुई बर्बादी की तस्वीरें भी सामने आ रहीं हैं जो भ्रष्टाचार के पोल खोल रही हैं. तालाब फूटने और फसलों के बर्बाद होने ने नाराज ग्रामीणों ने तलाब निर्माण में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. 2017 में इस तालाब का भूमिपूजन गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने किया था.
निर्माण में हुई लापरवाही: ग्रामीणों का कहना है कि ठेकेदार के द्वारा तालाब के निर्माण कार्य मे भारी भ्रष्टाचार किया गया है. निर्माण में भी भारी लापरवाही बरती गई है. गांव वालों ने बताया कि ठेकेदार ने द्वारा वर्षा काल के दौरान तालाब की बाड को बांधा गया. जिससे तालाब की बांध की मिट्टी गीली रह गई इस वजह से गाली मिट्टी बारिश में बह गई. ग्रामीणों ने बताया कि 2017 में इस तालाब का भूमि पूजन मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने किया था जिसके बाद क्षेत्र के ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी थी, लेकिन तालाब का निर्माण भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया.
500 हेक्टेयर जमीन पर होनी थी सिंचाई: बदरवास में 2017 में उपचुनाव के दौरान बीजेपी सरकार में जल संसाधन मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने 17 करोड़ की लागत से बनने वाले बड़ोखरा तालाब का भूमि पूजन किया था. इस योजना के तहत बदरवास नगर तक की प्यास बुझाए जाने के साथ ही लगभग 500 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई की सुविधा मिलनी थी. तालाब के बनने के बाद बड़ोखरा, बायिगा, अजलपुर, बेरखेड़ी के किसानों को इसका लाभ होता. इससे पहले ही भ्रष्टाचार के तालाब की पोल खुल गई.