ग्वालियर। प्रदेश में मिलावटखोरों पर सरकार के शिकंजा कसने के बाद अब सांची दुग्ध संघ ने नई पहल शुरु की है. अब आम आदमी भी अपने दूध की जांच आसानी से करा सकेगा. इसके लिए सांची दुग्ध संघ ने ग्वालियर के चौराहों पर दूध परीक्षण शिविर लगाना शुरु कर दिये हैं. इन शिविरों पर लोग बड़ी संख्या में दूध की जांच कराने के लिए पहुंच रहे हैं.
दरअसल दूध और दूध पदार्थों में मिलावट की खबरों के बाद खाद्य विभाग लगातार कार्रवाई कर रहा है. पूरे प्रदेश से लाखों सैंपल लिये गये हैं तो की हजार लीटर दूध और मावा को नष्ट किया गया है. वहीं अब मिलावट पर लगाम कसने के लिए सांची दुग्ध संघ ने दूग्ध परीक्षण शिविर की शुरुआत की है. जिसके लिए ग्वालियर के कई चौराहों पर दूध परीक्षण शिविर लगाये गये हैं. शिविर में जांच के लिए पहुंच रहे दूध के सैंपल भी कुछ ठीक नहीं आ रहे हैं.
वैसे तो अधिकांश दूध में पानी की मात्रा अधिक पाई जा रही है लेकिन उसके साथ ही कुछ सैंपल ऐसे भी हैं जिनमें हानिकारक रसायन की मात्रा भी मिली है. सांची दुग्ध संघ के उप महाप्रबंधक अनुराग सेंगर का कहना है कि जिस तरीके से ग्वालियर चंबल संभाग में दूध और उससे बने प्रोडक्ट में मिलावट की खबरें आई थीं. ऐसे में सांची में आने वाले दूध के तो हम सैंपलिंग कर लेते हैं लेकिन जो दूध सीधे घरों में सप्लाई किया जा रहा है वह कितना शुद्ध है यह नापने के लिए एक सप्ताह तक शहर के विभिन्न इलाकों में इस तरह के शिविर लगाए जाएंगे.
इसके साथ ही लोगों को बताया जाएगा कि वह अपने घर आने वाले दूध को कैसे जांच सकते हैं. सेंगर ने कहा कि इस शिविर का मुख्य उद्देश्य लोगों को जागरूक करना है. वही सैंपल लेकर पहुंच रहे लोगों का कहना है कि वह जो दूध ले रहे थे उसमें पानी की अधिक मात्रा आ रही है, इसके साथ ही कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनके दूध में रसायनों की मिलावट मिली है जो कि स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है.