ग्वालियर। जिले के बन्हेरी गांव के ग्रामीणों ने पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय का घेराव कर जमकर प्रदर्शन किया. दरअसल घाटीगांव तहसील के बन्हेरी गांव में 26 मई को रामनिवास रावत की हत्या की गई थी. जिसके बाद मामले में लगातार पीड़ित परिवार को धमकाया जा रहा था. हत्या के 9 आरोपियों में से ज्यादातर आरोपी अब फरार भी हैं, जिसके विरोध में ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया.
परिवार की महिलाओं का कहना है कि आरोपी पक्ष के मुकेश रावत, नरेश रावत और मुकेश की पत्नी अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर पुलिस को न्यायोचित कार्यवाही करने नहीं दे रहे हैं. दरअसल मुकेश की पत्नी तहसीलदार हैं, मुकेश रावत भी भोपाल के भविष्य निधि आयुक्त कार्यालय में पदस्थ हैं. उनका साला नरेश रावत भी मंडला में निरीक्षक पद पर तैनात है. यह लोग पुलिस से मिलकर झूठे मामलों में फंसाने की साजिश कर रहे हैं. इन सभी लोगों से संरक्षण दिलाने के लिए पुलिस अधिकारियों से पीड़ित पक्ष ने मांग की है. खास बात यह है कि एसपी ने आरोपियों के 9 लाइसेंसी हथियार निलंबित कर दिए हैं, लेकिन उन्हें जब्त नहीं किया है. साथ ही पीड़ित पक्ष ने मृतक रामनिवास के भाई रघुवीर विक्रम सिंह, सरपंच अमर सिंह, शिवराज धर्मेंद्र को भी लाइसेंसी हथियार देने की मांग की है.
महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, हत्या की आशंका
यह सभी लोग आईजी से मिलकर दोषियों पर कार्रवाई की मांग के लिए पहुंचे थे, लेकिन कोई ठोस आश्वासन नहीं मिलने पर वह आईजी कार्यालय के बाहर ही धरने पर बैठ गए. बाद में पुलिस अधिकारियों की समझाइश पर यह लोग धरना खत्म करने पर राजी हुए. गौरतलब है कि इस हत्याकांड में पोशन रावत, बंटी रावत, धर्मवीर रावत, राजवीर रावत, पुष्पेंद्र रावत, अतेन्द्र रावत और अशोक रावत के खिलाफ मुकदमा दर्ज है. पुलिस का कहना है कि फिलहाल पांच आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है बाकियों की गिरफ्तारी के लिए कोशिश जारी है.