ग्वालियर। इस बार ग्वालियर चंबल अंचल में मानसून की बेरुखी लगातार जारी है, हालात ये हैं कि कई दिनों तक प्रदेश में बने बाढ़ के हालात के बाद भी ग्वालियर अंचल में मानसून काफी पिछड़ा हुआ है. लेकिन लौटते हुए मानसून से अच्छी बारिश की उम्मीद जताई जा रही है. मौसम विभाग का कहना है कि रविवार और सोमवार को ट्रफ लाइन नीचे होने से कुछ बारिश की संभावना दिखाई दे रही है, उसके बाद बारिश की हो सकती है.
बढ़ने लगा तापमान
ग्वालियर में सामान्य बारिश का आंकड़ा फिलहाल पीछे छूटता दिख रहा है. 6 सितंबर को सामान्य बारिश 672 मिलीमीटर होना चाहिए थी, जबकि अभी सिर्फ 517 मिली मीटर ही बारिश हुई है. इधर 2 दिन से तापमान बढ़ने के कारण लोगों को मई-जून जैसी गर्मी का एहसास हो रहा है. रविवार को अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
उम्मीद बाकी
यह हाल अकेले ग्वालियर का ही नहीं है, बल्कि आसपास के जिले भी कम बारिश से परेशान हैं, जिसमें भिंड, मुरैना, दतिया, श्योपुर और शिवपुरी भी शामिल हैं. यहां भी भविष्यवाणी के हिसाब से बारिश रिकार्ड औसत से कम हुई है. हलांकि अब उम्मीद जताई जा रही है कि लौटता हुआ मानसून शायद बारिश लेकर आए.
मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिमी राजस्थान से मानसून की वापसी की परिस्थितियां बन रही हैं और पश्चिमोत्तर मध्यप्रदेश में उत्तरी-पश्चिमी हवाएं सक्रिय हो रही हैं. इसके साथ ही बंगाल की खाड़ी में कोई भी सिस्टम ना बनने के कारण पश्चिमी मध्यप्रदेश में नमी और धूप तेज हो रही है. इन दोनों ही कारणों से ग्वालियर, इंदौर, भोपाल सहित पश्चिमी मध्यप्रदेश में दिन का तापमान 30℃ से 34℃ के बीच बना हुआ है.
अगले 24 घंटे में हो सकती है बारिश
पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के कई जिलों में मानसून की गतिविधियां कम हुई हैं. साथ ही तापमान में बढ़ोतरी देखने को भी मिली है. प्रदेश के सागर, रीवा, शहडोल, जबलपुर, इंदौर, होशंगाबाद और ग्वालियर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं ही वर्षा दर्ज की गई है और बाकी संभागों के जिलों का मौसम मुख्य रूप से शुष्क रहा. हालांकि जबलपुर, शहडोल, चंबल, ग्वालियर, रीवा, सागर, होशंगाबाद, उज्जैन संभागों के कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है, वहीं नीमच, मंदसौर, गुना, श्योपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी में कहीं-कहीं बिजली गिरने की भी संभावना है.