ग्वालियर। मध्य प्रदेश में पंचायत और निकाय चुनाव के ऐलान के बाद अब गांव में डकैतों की आहट सुनाई देने लगी है, (MP Panchayat Election) हालात यह है कि वह ग्वालियर चंबल अंचल में फिर से डकैत गुंडा गुर्जर का आतंक देखने को मिल रहा है. गुड्डा गुर्जर ने 4 दिन पहले ही मुरैना जिले में एक गांव में फायरिंग कर अपनी ताकत का एहसास कराया था और अब ग्वालियर के मोहना घाटीगांव के जंगलों में भी उसकी लोकेशन मिल रही है. इसे लेकर ग्रामीणों में दहशत है तो वहीं आशंका जताई जा रही है कि आने वाले ग्राम पंचायत के चुनावों में डकैतों का गैंग गांव वालों को डराने और धमकाने का साहस कर सकता है. जब भी ग्वालियर चंबल अंचल में चुनाव होता है तो हर बार चुनावों में अंचल में रह रहे छोटे और बड़े डकैतों की गैंग पंचायत चुनावों में दहशत फैलाने का काम करती है. इसी को लेकर ग्वालियर चंबल अंचल के सभी जिलों की पुलिस एकजुट होकर पंचायत चुनावों में डकैतों की सक्रियता पर नकेल कसने की योजना बना रही है.
पंचायत चुनावों को लेकर पुलिस कर रही प्लानिंग: पंचायत चुनावों का ऐलान हो चुका है, इनकी वोटिंग में दखल नहीं हो इसलिए पुलिस प्लानिंग कर रही है. वहीं ग्वालियर के तिघरा से मोहना तक करीब 25 पंचायत में डकैत गिरोह के दखल की भनक पुलिस को लगी है, इन पंचायतों में रहने वालों को सबसे बड़ा डर डकैत गुड्डा गुर्जर की गैंग है. 5 महीने पहले भी पंचायत चुनाव का ऐलान हुआ था तब डकैत गुड्डा के अलावा कल्ली और जसवंत गुर्जर की गैंग भी जंगल में थी, लेकिन चुनाव अटक गया. इस दौरान मुरैना पुलिस ने कल्ला और जसवंत को घेर लिया सिर्फ गुड्डा का गैंग उसकी पकड़ से बाहर है, जिसमें लगभग 20 लोग से अधिक है.
चुनाव में दखल देगा गुड्डा गिरोह: गुड्डा गिरोह पंचायत चुनाव में मुरैना अलावा ग्वालियर तिघरा, महेश्वरा, बाबा लखनपुरा, रेहट, चराई, फिराक, भवनपुरा, सोहेला जखौरा राई, बसारी और शहर सारी पंचायत के चुनाव में दखल देने की पूरी कोशिश करेगा, क्योंकि इन चुनावों पंचायतों में ज्यादातर गांव गुर्जर बाहुल्य है. डकैत गुड्डा की गैंग के मेंबर भी गुर्जर है, जाहिर है कि इन पंचायतों में गैंग अपनी दहशत के बलबूते पर ग्रामीणों को मजबूर करने की कोशिश करेगा. इन पंचायतों में रहने वालों का कहना है कि "तिघरा से मोहना तक डकैत गुड्डा के मददगारों की जमात है, उनके बलबूते पर ही गिरोह यहां फरारी काटता है, ऐसे में गुड्डा को लेकर ग्रामीण जो इलाकों में पंचायत चुनाव लड़ रहे हैं."
पहले चुनावों में भी दहशत फैलाते हैं डकैत: ग्वालियर चंबल अंचल में इससे पहले जब पंचायत चुनाव हुए थे तो उसमें चंबल के कई ऐसे छोटे-बडे डकैतों के गैंग सक्रिय थे, जिन्होंने पंचायत चुनावों में कई गांव में दहशत फैलाई थी. कई गांव ऐसे थे जहां पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी, जिसके कारण गांव वाले काफी दहशत में आ गए थे. चंबल में पिछले चुनाव में सबसे ज्यादा डकैत तहसीलदार सिंह का आतंक रहा था, जिसने आधा दर्जन गांव में फायरिंग कर दहशत फैलाई थी. इस दौरान एक समुदाय को वोट देने के लिए गांव वालों को धमकाया था जिसमें पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज किया था. इसके साथ ही चंबल में कई डकैतों की छोटी सक्रिय गैंग है जो सिर्फ गांव वालों को धमकाने का काम करती है, ऐसे में जब चंबल में पंचायत चुनाव होता है तो उस समय यह गैंग सक्रिय हो जाती है और गांव-गांव जाकर लोगों को धमकाते हैं.
जहां पैसा नहीं मिलाता, वहां आतंक मचाता है गैंग: तिघरा से मोहना तक जंगली हिस्से में पत्थर का अवैध खनन होता है, पत्थर माफिया डकैत गिरोह की सबसे मजबूत कमाई का जरिया है. तिघरा से मोहना और शिवपुरी तक गुड्डा गैंग खदानों से वसूली करता है, जहां पैसा नहीं मिला वहां गैंग में आतंक मचाया है. बम्हारी, शिवपुरी में ढांडा खिरक निवासी जंडेल गुर्जर ने गैंग को उगाई देने से मना किया था तो गिरोह ने वहां गोलियां ठोक दी, खदान मालिक को अगवा करने की धमकी दी थी. इसी तरह जखोरा में नरेश गुर्जर की खदान पर चंदा वसूली के लिए मजदूरों को बंधक बनाकर पीटा था, उनसे पैसा और मोबाइल फोन लूट लिए थे. पुलिस के रिकॉर्ड में मुरैना से गुड्डा गैंग पर हत्या लूट मवेशी चोरी, खिरखाई और पत्थर माफियाओं से टेरर टैक्स के अपराध दर्ज है.
उम्मीदवार की पैरवी करेगा गैंग: फिलहाल मुरैना, शिवपुरी, ग्वालियर पुलिस गिरोह को घेरने की कोशिश तो बता रही है, लेकिन गैंग फिलहाल उसकी पकड़ से बाहर है इसलिए वोटर मान रहे हैं कि गैंग पंचायत चुनाव में अपने उम्मीदवार की पैरवी करेगा. वैसे पुलिस ने गुड्डा पर 35,000 का इनाम भी घोषित कर रखा है.
यह बात सही है कि ग्रामीण इलाकों में कुछ छोटे-मोटे सक्रिय गैंग के सदस्य हैं, जो पंचायत चुनावों में ग्रामीणों को धमकाने का काम करते हैं. ऐसे में ग्वालियर चंबल अंचल के सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों की मीटिंग हुई हैं, जिसके बाद अब स्पेशल टीमें गठित होंगी और पंचायत चुनावों में इन डकैतों पर नजर रखी जाएंगी.
- अमित सांघी, पुलिस अधीक्षक