ग्वालियर। ग्वालियर निकाय चुनाव में हुए कम मतदान और कार्यकर्ताओं की उदासीनता को लेकर बीजेपी की चिंताएं बढ़ी हुई हैं. यही वजह है कि, बीजेपी में सीएम शिवराज सिंह चौहान से लेकर तमाम दिग्गज एकजुट होकर मंथन करने में लगे हुए हैं. सीएम शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने ग्वालियर में रात गुजारी. बताया जा रहा है कि, सीएम और अध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ ही केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर सहित तमाम बड़े नेताओं के बीच रात भर मंथन जारी रहा. इसके पीछे कारण यह है कि ग्वालियर निकाय में सबसे कम वोट प्रतिशत रहा और इसके साथ ही इस चुनाव में बीजेपी कार्यकर्ताओं में उदासीनता देखी गई है. इसलिए इस समय बीजेपी की चिंताएं बढ़ी हुई हैं, यही कारण है कि यह उदासीनता कहीं विधानसभा के चुनाव में हावी ना हो जाए, इसलिए बीती रात बीजेपी के तमाम बड़े नेताओं ने इस मामले को लेकर मंथन किया.
ग्वालियर में कम मतदान से बीजेपी में बेचैनी: ग्वालियर में निकाय चुनाव के प्रथम चरण में मतदान संपन्न हो गया है, लेकिन हैरानी की बात यह है कि ग्वालियर में प्रदेश में सबसे कम मतदान रहा, इसके कई कारण निकाले जा रहे हैं. कम मतदान को लेकर बीजेपी निर्वाचन आयोग पर लगातार आरोप लगा रही है कि, उन्होंने मतदान बढ़ाने के लिए कोई अभियान नहीं चलाया. तो वहीं स्थानीय जनप्रतिनिधि जिला प्रशासन पर आरोप लगा रहे हैं. इस बीच ग्वालियर में हुए कम मतदान को लेकर सबसे ज्यादा बीजेपी परेशान दिखाई दे रही है, क्योंकि राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि ग्वालियर में मतदान कम हुआ है, इसका कारण है कि लोग कांग्रेस के पक्ष में है. माना जा रहा है कि, बीजेपी के कार्यकर्ता भी इस निकाय चुनाव में खुलकर मैदान में नहीं आये हैं. यही कारण है कि ग्वालियर के चुनाव को लेकर बीजेपी टेंशन में दिखाई दे रही है और इसको लेकर तमाम बड़े नेता मंथन में जुटे हुए हैं.
दिग्गज नेताओं ने किया मंथन: शनिवार को चंबल की सबसे हॉट मानी जाने वाली मुरैना सीट के प्रचार प्रसार के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान प्रदेश, अध्यक्ष वीडी शर्मा और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर पहुंचे थे. इन तीनों बड़े नेताओं ने आम सभा को संबोधित किया और उसके बाद रोड शो किया. रोड शो के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को भोपाल जाना था, लेकिन अचानक रोड शो खत्म होने के बाद सभी नेता रेस्ट हाउस पहुंचे, जहां पर काफी देर बंद कमरे में बातचीत होती रही. इसके बाद ग्वालियर में ही उन्होंने रात्रि विश्राम किया. बताया जा रहा है कि रात में सीएम समेत सभी दिग्गज नेता लगातार मुरैना और ग्वालियर सीट को लेकर मंथन करते रहे.
केंद्रीय मंत्रियों की साख दांव पर: ग्वालियर में मतदान होने के बाद अब नजर मुरैना सीट पर है, क्योंकि मुरैना नगर निगम में 13 जुलाई को मतदान होना है और इसको लेकर आज शाम से प्रचार-प्रसार थम गया है. इसको लेकर सबसे ज्यादा चिंता बीजेपी को है, क्योंकि बीजेपी के लिए चंबल की यह दोनों ग्वालियर और मुरैना सीट जीतना काफी अहम है. क्योंकि 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने यहां पर बीजेपी का सूपड़ा साफ कर दिया था. इसको लेकर अभी भी बीजेपी अंदर ही अंदर डरी हुई है, यही कारण है कि वह सबसे ज्यादा ग्वालियर और मुरैना सीट पर पूरी ताकत लगा रही है. इसके साथ ही मुरैना और ग्वालियर सीट पर अंचल के दोनों दिग्गज नेताओं की साख भी दांव पर लगी है. बताया जा रहा है कि, ग्वालियर में सिंधिया की साख दांव पर है, तो वहीं मुरैना में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की साख दांव पर है.