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लोकसभा चुनाव में मीसाबंदी गरमा सकते हैं सियासी माहौल, बड़े आंदोलन की दी चेतावनी

लोकसभा चुनाव के बीच मीसा बंदियों की सम्मान निधि पर शुरू हुई सियासत, प्रशासन द्वारा सत्यापन का काम नहीं हुआ अभी तक पूरा, मीसा बंदियों ने बड़े आंदोलन की दी चेतावनी

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Published : Mar 30, 2019, 8:57 PM IST

सम्मान निधि नहीं मिलने से परेशान मीसाबंदी

ग्वालियर। मध्यप्रदेश में मीसा बंदियों की सम्मान निधि पर शुरू हुई सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है. कमलनाथ सरकार ने मीसा बंदियों को मिलने वाली सम्मान निधि को लेकर सत्यापन का आदेश दिया था, लेकिन अभी तक जिला प्रशासन द्वारा सत्यापन का काम पूरा नहीं हुआ है. जिसे लेकर अब मीसाबंदी आंदोलन करने की तैयारी में हैं.

लोकसभा चुनाव के बीच मीसाबंदियों का यह मामला सियासत गर्मा सकता है. वर्तमान में दिसंबर महीने में मीसा बंदियों को निधि नहीं मिल रही है जिससे मीसा बंदी खासे नाराज हैं. लोकतंत्र सेनानी संघ के मदन बाथम का कहना है कि मीसाबंदियों की निधि के भौतिक सत्यापन में प्रशासनिक रवैया काफी ढीला है. जिसकी वजह से कई सारे मीसा बंदी परेशान हो रहे हैं. इस संबंध में जिले के कलेक्टर से भी मिलने के बावजूद उनका सत्यापन नहीं हो रहा है. इसके चलते उन्हें पेंशन नहीं दी जा रही है.

सम्मान निधि नहीं मिलने से परेशान मीसाबंदी

इसके संबंध में जिला कलेक्टर का कहना है कि मीसाबंदियों का वेरीफिकेशन किया जा रहा है. लेकिन कमलनाथ सरकार ने आदेश दिया था कि मीसा बंदियों को मिलने वाली सम्मान निधि के भुगतान के लिए मौके पर जाकर प्रशासनिक अधिकारी भौतिक सत्यापन करेंगे, जिसमें वह स्थानीय लोगों से पूछताछ करेंगे और जांच पूरी हो जाने के बाद मीसा बंदियों को सम्मान निधि जारी करेंगे.

ग्वालियर। मध्यप्रदेश में मीसा बंदियों की सम्मान निधि पर शुरू हुई सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है. कमलनाथ सरकार ने मीसा बंदियों को मिलने वाली सम्मान निधि को लेकर सत्यापन का आदेश दिया था, लेकिन अभी तक जिला प्रशासन द्वारा सत्यापन का काम पूरा नहीं हुआ है. जिसे लेकर अब मीसाबंदी आंदोलन करने की तैयारी में हैं.

लोकसभा चुनाव के बीच मीसाबंदियों का यह मामला सियासत गर्मा सकता है. वर्तमान में दिसंबर महीने में मीसा बंदियों को निधि नहीं मिल रही है जिससे मीसा बंदी खासे नाराज हैं. लोकतंत्र सेनानी संघ के मदन बाथम का कहना है कि मीसाबंदियों की निधि के भौतिक सत्यापन में प्रशासनिक रवैया काफी ढीला है. जिसकी वजह से कई सारे मीसा बंदी परेशान हो रहे हैं. इस संबंध में जिले के कलेक्टर से भी मिलने के बावजूद उनका सत्यापन नहीं हो रहा है. इसके चलते उन्हें पेंशन नहीं दी जा रही है.

सम्मान निधि नहीं मिलने से परेशान मीसाबंदी

इसके संबंध में जिला कलेक्टर का कहना है कि मीसाबंदियों का वेरीफिकेशन किया जा रहा है. लेकिन कमलनाथ सरकार ने आदेश दिया था कि मीसा बंदियों को मिलने वाली सम्मान निधि के भुगतान के लिए मौके पर जाकर प्रशासनिक अधिकारी भौतिक सत्यापन करेंगे, जिसमें वह स्थानीय लोगों से पूछताछ करेंगे और जांच पूरी हो जाने के बाद मीसा बंदियों को सम्मान निधि जारी करेंगे.

Intro:ग्वालियर- मध्यप्रदेश में मीसा बंदियों की सम्मान निधि पर शुरू हुई रियासत थमने का नाम नहीं ले रही है कमलनाथ सरकार ने मीसा बंदियों को मिलने वाली सम्मान निधि को लेकर सत्यापन का आदेश दिया था।लेकिन अभी तक जिला प्रशासन द्वारा सत्यापन का काम पूरा नहीं हुआ है। इसको लेकर अब मीसाबंदी आंदोलन करने की तैयारी में है लोकसभा चुनाव के बीच मीसा बंदियों का यह मामला सियासत गर्म आ सकता है। वर्तमान में दिसंबर महीने में मीसा बंदियों को निधि नहीं मिल रही है जिससे भी खासे नाराज है। साथ ही कह रहे हैं कि मीसा बंदियों की निधि के भौतिक सत्यापन में प्रशासनिक रवैया काफी ढीला है। जिसकी वजह से कई सारे मीसा बंदी परेशान हो रही है। इस संबंध में जिले के कलेक्टर से भी मिले बावजूद इसके उनका सत्यापन नहीं हो रहा है। इसके चलते उन्हें पेंशन नहीं दी जा रही है।


Body:इसके संबंध में जिले के कलेक्टर से भी मिले तो कलेक्टर का कहना है कि मीसाबंदीओ वेरीफिकेशन किया जा रहा है।लेकिन कमलनाथ सरकार ने आदेश दिया था कि मीसा बंदियों को मिलने वाली सम्मान निधि के भुगतान के लिए मौके पर जाकर प्रशासनिक अधिकारी भौतिक सत्यापन करेंगे। जिसमें वह स्थानीय लोगों से पूछताछ करेंगे और जांच पूरी हो जाने के बाद मीसा बंदियों को सम्मान निधि जारी करेंगे ।


Conclusion:बाईट- मदन बाथम , लोकतंत्र सेनानी संघ

बाईट- अनुराग चौधरी , कलेक्टर
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