ग्वालियर। शहर में आयोजित दो दिवसीय वीरांगना लक्ष्मीबाई बलिदान समारोह का मंगलवार को अंतिम दिन था. अंतिम दिन यह आयोजन सम्मान समारोह के साथ खत्म हो गया. इस दौरान प्रख्यात राष्ट्रवादी विचारक रामलाल के मुख्य आतिथ्य में इस साल का वीरांगना सम्मान विख्यात मैराथन गोल्ड कप विजेता डॉ. सुनीता गोदारा को दिया गया, इसके साथ ही अमर शहीद तात्या टोपे के वंशज को क्रांतिवीर सम्मान से सम्मानित किया गया.
देश के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की अमर शहीद झांसी की रानी लक्ष्मी बाई बलिदान मेला में मंगलवार को विख्यात एशियाड मैराथन गोल्ड कप विजेता डॉ. सुनीता गोदारा को सम्मानित किया गया. इस मौके पर वीरांगना सम्मान से सम्मानित डॉ. सुनीता गोदारा ने कहा कि वे इस सम्मान को पाकर अभिभूत हैं, उनकी कोशिश होगी कि वे सम्मान की प्रतिष्ठा बढ़ाएं और अपनी ओर से देश के लिए खेलों को और ज्यादा बढ़ावा दें. समारोह में तात्या टोपे के वंशज सुभाष टोपे को क्रांतिवीर सम्मान से सम्मानित किया गया.
वहीं राष्ट्रवादी विचारक रामलाल ने कहा कि वीरांगना बलिदान मेला ग्वालियर की एक धरोहर है इससे और ज्यादा सहेजने की जरूरत है. पिछले दो दशकों से यह मेला चला आ रहा है उन्होंने इसके लिए वीरांगना लक्ष्मीबाई बलिदान स्मारक समिति को धन्यवाद दिया. गौरतलब है कि डॉक्टर सुनीता गोदारा 1984 में दिल्ली मैराथन पहली बार नेशनल चैंपियन का खिताब जीती थीं. वह अभी तक मैराथन में 25 बार गोल्ड जीत चुकी हैं उन्हें मैराथन क्वीन भी कहा जाता है.
कार्यक्रम में राष्ट्रवादी विचारक रामलाल सहित वीरांगना लक्ष्मीबाई बलिदान स्मारक समिति के अध्यक्ष जयभान पवैया, सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, गुना शिवपुरी सांसद केपी यादव, भिंड सांसद संध्या राय मौजूद रहे.