ग्वालियर। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ग्वालियर दौरे पर रहे, इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए शिवराज सरकार और सिंधिया पर जमकर निशाना साधा. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि जब वे मुख्यमंत्री तो उस समय ग्वालियर चंबल अंचल की राजनीति और विकास किसी और के हाथों दे रखा था, यहां की जिम्मेदारी किसी और की थी, लेकिन अब हालात बदल गए हैं, ऐसे में ग्वालियर की जिम्मेदारी अब उनकी है. उन्होंने कहा कि पिछले कई सालों से बीजेपी के शासनकाल में ग्वालियर चंबल उपेक्षित रहा है, मध्यप्रदेश के बाकी शहरों में बड़े-बड़े प्रोजेक्ट आए, लेकिन ग्वालियर लगातार पिछड़ता रहा है.
शिवराज दें 15 साल का हिसाब, फिर मांगे 15 माह का ब्यौरा
उन्होंने कहा कि कहा कि उपचुनाव कोई आम चुनाव नहीं, बल्कि ग्वालियर के विकास का चुनाव है. कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश में जितने उद्योग लगे उससे कई ज्यादा उद्योग ग्वालियर चंबल अंचल में बंद हो गये. ऐसे में बीजेपी उनसे 15 माह का क्या हिसाब मांगती है, वो बताएं की उनके 15 साल के शासन काल में ग्वालियर में विकास क्यों नहीं हुआ. शिवराज 15 साल का जनता को हिसाब दें और हम 15 माह का हिसाब देने के लिए तैयार हैं.
जनात को भटका रही बाजेपी
कमलनाथ ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि शिवराज सरकार में मध्यप्रदेश बेरोजगारी, आत्महत्या और भ्रष्टाचार में नंबर वन हो गया है. कोरोना काल में पीएम नरेंद्र मोदी ने 20 लाख रुपए देने की घोषणा की थी, लेकिन यह रुपए कहां हैं किसी को नहीं पता, यह सब जनता का ध्यान भटकाने के लिए प्लान तैयार करते हैं. इसलिए जनता ने उन्हें सत्ता से बेदखल किया था, तब कांग्रेस ने वोटों से सरकार बनाई लेकिन अब नोटों की सरकार चल रही है.
नारियल लेकर घूमते हैं, शिवराज
प्रदेश भर में लोकार्पण और शिलान्यास को लेकर उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह हमेशा अपनी जेब में नारियल लेकर घूमते हैं, जब चाहे जहां शिलान्यास कर देते हैं, लेकिन जनता और मतदाता समझदार है, इस आगामी उपचुनाव में यह साफ हो जाएगा. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि हम मध्यप्रदेश को लेकर विकास की तरफ जा रहे थे, लेकिन उन्होंने नोट की दम पर सरकार गिरा दी. इसलिए यह चुनाव चंबल अंचल की जनता के लिए है, उनकी आने वाली पीढ़ी के लिए है. हमें ग्वालियर को मेगा सिटी और यहां इंडस्ट्रीज बनाना है या प्रदेश को जेब में नारियल रख के घूमने वालो के हाथ में देना है.