ग्वालियर। पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को जीवाजी विश्वविद्यालय द्वारा स्थापित किए जा रहे मेडिकल कॉलेज के लिए आरक्षित भूमि के प्रीमियम और भू भाटक को माफ करने का अनुरोध किया है. उन्होंने कहा कि जीवाजी विश्वविद्यालय स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर सुविधाएं जुटाने के मकसद से इस मेडिकल कॉलेज की स्थापना कर रहा है.
भाजपा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि हमने देखा है कि कोविड-19 महामारी के चलते प्रदेशवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने का काम चुनौतीपूर्ण रहा है. ग्वालियर एक बड़ा शहर होने के साथ ही भिंड, मुरैना, दतिया, शिवपुरी, गुना, छतरपुर, टीकमगढ़, धौलपुर और झांसी के मरीजों की मेडिकल आवश्यकताओं की पूर्ति करता है. पिछले अनुभव को ध्यान में रखते हुए ग्वालियर में स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में सुधार की जरुरत है.
सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने पत्र में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से अनुरोध किया है कि जीवाजी विश्वविद्यालय एक मेडिकल कॉलेज स्थापित करना चाहता है. मेडिकल कॉलेज पर होने वाले व्यय का वित्तीय भार विश्वविद्यालय स्वयं वहन करेगा, इसके लिए शासन पर कोई वित्तीय भार अतिरिक्त रूप से नहीं पड़ेगा.
PM मोदी ने शिवराज को दूर बैठाया, कांग्रेस का तंज 'क्या बदलने वाले हैं सरकार'
सांसद सिंधिया ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि जीवाजी विश्वविद्यालय नए मेडिकल कॉलेज के लिए ग्राम तुरारी में आरक्षित 17.454 भूमि हेतु राजस्व विभाग द्वारा वांछित प्रीमियम राशि माफ किए जाने की कार्रवाई करें. सिंधिया की इस पहल का मध्य प्रदेश टीचर्स मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन और चेंबर ऑफ कॉमर्स में स्वागत किया है और उनकी पहल को एक दूरगामी सोच बताया है.