ETV Bharat / city

इस वजह से EOW के DG व SP को हाईकोर्ट ने किया तलब

भिंड के बहुचर्चित कंप्यूटर घोटाले की जांच करने वाले ईओडब्ल्यू के डीजी केएन त्रिपाठी और ग्वालियर एसपी रघुवंश भदौरिया को नोटिस जारी कर चार हफ्तों जबाब मांगा है.

कंप्यूटर घोटाले में जांच नही हुई शुरु
author img

By

Published : Oct 15, 2019, 8:47 PM IST

Updated : Oct 16, 2019, 12:38 AM IST

ग्वालियर। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच ने भिंड के बहुचर्चित कंप्यूटर घोटाले में जांच नहीं करने पर आर्थिक अपराध शाखा के महानिदेशक और पुलिस अधीक्षक को नोटिस जारी कर चार सप्ताह में तलब किया है. इस मामले में पूर्व सांसद राम लखन सिंह और तत्कालीन कलेक्टर मुक्तेश वार्षेण्य भी आरोपी हैं.

कंप्यूटर घोटाले में जांच नही हुई शुरु

गौरतलब है कि 1999-2000 के बीच भिंड में स्कूलों के लिए कंप्यूटर खरीदे गए थे. जिनकी कीमत तकरीबन एक करोड़ से ज्यादा थी. ये कंप्यूटर भिंड के 23 सरकारी स्कूलों में लगने थे, खास बात ये है कि जिन स्कूलों के लिए ये कंप्यूटर खरीदे गए थे, वहां बिजली ही नहीं थी. इस मामले में ईओडब्ल्यू ने लंबी जांच पड़ताल के बाद पिछले साल 13 जुलाई को एफआईआर दर्ज की थी.

इस मामले में तत्कालीन कलेक्टर मुक्तेश वार्षेण्य और पूर्व सांसद राम लखन सिंह को आरोपी बनाया गया है, लेकिन पांच-छह महीने बीतने के बाद भी उनके खिलाफ जांच शुरू नहीं हुई है. जिसेक बाद हाईकोर्ट ने अवमानना याचिका पर सुनवाई करते हुए ईओडब्ल्यू के डीजी केएन त्रिपाठी और ग्वालियर एसपी रघुवंश भदौरिया को नोटिस जारी कर चार सप्ताह में जबाब मांगा है.

ग्वालियर। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच ने भिंड के बहुचर्चित कंप्यूटर घोटाले में जांच नहीं करने पर आर्थिक अपराध शाखा के महानिदेशक और पुलिस अधीक्षक को नोटिस जारी कर चार सप्ताह में तलब किया है. इस मामले में पूर्व सांसद राम लखन सिंह और तत्कालीन कलेक्टर मुक्तेश वार्षेण्य भी आरोपी हैं.

कंप्यूटर घोटाले में जांच नही हुई शुरु

गौरतलब है कि 1999-2000 के बीच भिंड में स्कूलों के लिए कंप्यूटर खरीदे गए थे. जिनकी कीमत तकरीबन एक करोड़ से ज्यादा थी. ये कंप्यूटर भिंड के 23 सरकारी स्कूलों में लगने थे, खास बात ये है कि जिन स्कूलों के लिए ये कंप्यूटर खरीदे गए थे, वहां बिजली ही नहीं थी. इस मामले में ईओडब्ल्यू ने लंबी जांच पड़ताल के बाद पिछले साल 13 जुलाई को एफआईआर दर्ज की थी.

इस मामले में तत्कालीन कलेक्टर मुक्तेश वार्षेण्य और पूर्व सांसद राम लखन सिंह को आरोपी बनाया गया है, लेकिन पांच-छह महीने बीतने के बाद भी उनके खिलाफ जांच शुरू नहीं हुई है. जिसेक बाद हाईकोर्ट ने अवमानना याचिका पर सुनवाई करते हुए ईओडब्ल्यू के डीजी केएन त्रिपाठी और ग्वालियर एसपी रघुवंश भदौरिया को नोटिस जारी कर चार सप्ताह में जबाब मांगा है.

Intro:ग्वालियर
हाई कोर्ट ग्वालियर बेंच ने भिंड के बहुचर्चित कंप्यूटर घोटाले में जांच नहीं करने पर आर्थिक अपराध शाखा के महानिदेशक और पुलिस अधीक्षक को नोटिस जारी कर 4 सप्ताह में जवाब तलब किया है इस मामले में पूर्व सांसद राम लखन सिंह और तत्कालीन कलेक्टर मुक्तेश वार्ष्णेय भी आरोपी है।Body:दरअसल 1999 और 2000 के बीच भिंड में स्कूलों के लिए कंप्यूटर खरीदे गए थे जिनकी कीमत तकरीबन एक करोड़ से ज्यादा की थी यह कंप्यूटर भिंड के 23 सरकारी स्कूलों में लगने थे खास बात यह है कि स्कूलों के भी नाम कंप्यूटर खरीदे गए जहां बिजली ही नहीं थी इस मामले में ईओडब्ल्यू ने लंबी जांच पड़ताल के बाद पिछले साल 13 जुलाई को एफ आई आर दर्ज की थी।Conclusion:इस मामले में तत्कालीन कलेक्टर मुक्तेश वार्षेणय पूर्व सांसद राम लखन सिंह को आरोपी बनाया गया था। लेकिन पांच-छह महीने बीतने के बाद भी उनके खिलाफ जांच शुरू नहीं हो सकी इस पर हाईकोर्ट ने अवमानना याचिका पर सुनवाई करते हुए यह नोटिस जारी किए है। ईओडब्ल्यू के डीजी केएन त्रिपाठी और ईओडब्ल्यू के एसपी ग्वालियर रघुवंश भदौरिया को 4 सप्ताह में नोटिस का जवाब देने के आदेश दिए गए हैं।
बाइट अवधेश सिंह याचिकाकर्ता के अधिवक्ता हाई कोर्ट ग्वालियर
Last Updated : Oct 16, 2019, 12:38 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.