ग्वालियर। भाजपा से निष्कासित नेता प्रीतम सिंह लोधी से शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक बार फिर सवर्ण समाज और पिछड़ा वर्ग यानी ओबीसी समाज आमने सामने आ गया है. ओबीसी समाज में आने वाले कुशवाहा समाज के बारे में एक कथित क्षत्रिय नेता आकाश सिंह ने अनर्गल और अभद्र टिप्पणी करने के विरोध में अनुसूचित जाति जनजाति और पिछड़ा वर्ग समाज के लोगों ने रैली निकालकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय का घेराव किया. यह रैली बाल भवन स्टेडियम से शुरू हुई थी जो पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर खत्म हुई. ओबीसी महासभा के बैनर तले किए गए घेराव और प्रदर्शन के दौरान समाज विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले आकाश सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की गई है. (gwalior obc protest)
कार्रवाई नहीं होने पर आमरण अनशन की चेतावनी: सोशल मीडिया पर आकाश सिंह लगातार दलित और पिछड़ा वर्ग समाज के खिलाफ अनर्गल टिप्पणी कर रहा है, लेकिन उसके खिलाफ पुलिस ने अभी तक कोई एक्शन नहीं लिया है. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मृगाखी डेका ने प्रदर्शनकारियों को आश्वस्त किया है कि जल्द ही आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी. जबकि ओबीसी महासभा का कहना है कि सोमवार तक पुलिस प्राथमिकी दर्ज नहीं करती है तो मंगलवार से वे पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे. इससे पहले डीएसपी विजय भदोरिया और ओबीसी नेता रुपेश यादव के बीच 5 दिनों तक विवाद चला था. प्रीतम लोधी को लेकर ब्राह्मण समाज और ओबीसी महासभा ने एक दूसरे पर आरोप लगाए थे. इन मामलों में प्रभावी कार्रवाई नहीं होने से सोशल मीडिया पर यह नफरत की राजनीति निरंतर बढ़ती जा रही है. (gwalior obc protest against sawarna samaj leader)