ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर के एमएलबी कॉलेज की ऐतिहासिक बिल्डिंग में 3 साल से ईवीएम मशीनें रखी हैं. ये ईवीएम मशीनें लोकसभा चुनाव में गड़बड़ी बताएं जाने के बाद हाईकोर्ट के आदेश के बाद इन्हें सुरक्षित रखा गया था. लेकिन अब याचिका को खारिज हुए ही 6 महीने से ज्यादा का वक्त गुजर गया है. याचिका खारिज होने के बाद भी अफसरों को इसे खाली कराने की चिंता नहीं है. दूसरी तरफ स्ट्रांग रूम की सुरक्षा में 10 जवान हर रोज पहरा दे रहे हैं. उनके वेतन पर हर महीने तीन लाख से ज्यादा का खर्च हो रहा है. (Gwalior MLB College EVM Machines)
कांग्रेस प्रत्याशी की याचिका खारिज: 3 साल पहले मई के महीने में लोकसभा चुनाव हुए थे. परिणाम 26 मई 2019 को घोषित हुए थे. इसके बाद कांग्रेस प्रत्याशी अशोक सिंह (Congress candidate Ashok Singh) ने चुनाव में याचिका दायर की थी. याचिका 17 फरवरी 2022 को खारिज हो चुकी है. अब लोकसभा चुनाव में याचिका लंबित नहीं है. इसके बाद कलेक्टर ने 15 जून को मुख्य निर्वाचन अधिकारी को पत्र भेजा है. इसमें एमएलबी में बने स्ट्रांग को खाली करने की बात कही गई थी, लेकिन आज तक उस चिट्ठी का जबाव नहीं आया है.
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स्ट्रांग रूम में कई मसीनें रखी हैं: एमएलबी के स्ट्रांग रूम में छह हजार से ज्यादा मशीनें रखी हुई हैं. इनकी संख्या इतनी ज्यादा है कि इन्हें कलेक्ट्रेट में शिफ्ट करने में ही 10 दिन लग जाएंगे. जिला निर्वाचन कार्यालय के मुताबिक स्ट्रांग रूम में 3 हजार 456 बैलेट यूनिट, 1 हजार 729 कंट्रोल यूनिट और 1 हजार 741 बीपीपीएस मशीनें रखी है. रिजल्ट से जुड़ा जो भी सामान है वह स्ट्रांग रूम में 3 साल से बंद है. वहीं, एमएलबी कॉलेज के प्राचार्य कहते हैं, अगर उनके कॉलेज का स्ट्रांग रूम खाली हो जाता है तो उन्हें बहुत मदद मिलेगी. (Gwalior EVM Machine)