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Gwalior: 34 साल बाद एडीजे कोर्ट में पेश हुआ एक करोड़ की लूट का मुख्य आरोपी, तमिलनाडु के विधायक की हत्या मामले में वैल्लोर जेल में काट रहा उम्र कैद की सजा - Laxman Singh Bawri murder tamilnadu MLA

गुरुवार को जिला न्यायालय में एडीजे कोर्ट में खूंखार आरोपी लक्ष्मण सिंह बावरी को कड़ी सुरक्षा में पेश किया गया. उसने सर्राफा कारोबारी रमेश चंद्र गोयल और उनकी पत्नी बसंती देवी की जघन्य हत्या करके करीब एक करोड़ का सोना चांदी लूटा था. वह अभी तमिलनाडु के एक विधायक की हत्या और लूट के मामले में वेल्लोर जेल (Vellore Central Prison) में उम्र कैद की सजा काट रहा है. तमिलनाडु में विधायक की हत्या के बाद इस पर 'थीरन' नामक पिक्चर भी बन चुकी है.

Dreaded accused Laxman Singh Bawri appeared in Gwalior ADJ Court
ग्वालियर एडीजे कोर्ट में पेश हुआ खूंखार आरोपी लक्ष्मण सिंह बावरी
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Published : Jun 16, 2022, 10:39 PM IST

ग्वालियर। करीब 34 साल पहले 16 मई को उपनगर इलाके के किला गेट क्षेत्र में रहने वाले शहर के प्रतिष्ठित सर्राफा कारोबारी रमेश चंद्र गोयल और उनकी पत्नी बसंती देवी की जघन्य हत्या करके करीब एक करोड़ का सोना चांदी लूटने वाले आरोपी को गुरुवार को जिला न्यायालय में एडीजे कोर्ट में पेश किया गया. बेहद खूंखार आरोपी लक्ष्मण सिंह बावरी मूलत: राजस्थान का रहने वाला है. लेकिन तमिलनाडु में इसने एक विधायक की हत्या और लूट की वारदात को अंजाम दिया था, जिस कारण वेल्लोर जेल (Vellore Central Prison) में उम्र कैद की सजा काट रहा है. पिछले साल कोर्ट ने इसे प्रोडक्शन वारंट पर हाजिर करने के लिए पुलिस को निर्देशित किया था, लेकिन आरोपी की खूंखार छवि को देखते हुए उसे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में यहां लाने के निर्देश भी दिए गए थे.

Laxman Singh Bawri brought to Gwalior under tight security
कड़ी सुरक्षा में ग्वालियर लाया गया लक्ष्मण सिंह बावरी

ग्वालियर कोर्ट में पेश हुआ खूंखार आरोपी लक्ष्मण सिंह बावरी: गुरुवार को तमिलनाडु पुलिस के जवान लक्ष्मण सिंह को कोर्ट में पेश करने पहुंचे. जहां से पुलिस ने उसे 20 जून तक पुलिस रिमांड पर लिया है. तमिलनाडु पुलिस कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में हत्यारोपी को यहां लेकर आई. खास बात यह है कि करीब सात आरोपियों ने इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया था. जिसमें पांच आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए थे, दो आरोपी फरार थे. जिसमें एक आरोपी की मौत हो गई. इस वारदात का एकमात्र जीवित आरोपी लक्ष्मण सिंह बावरी ही बचा है. राजस्थान के भरतपुर जिले का रहने वाला लक्ष्मण सिंह बावरी अपने गिरोह के साथ ट्रक चलाता था और रात में लूट की और हत्या की वारदात को अंजाम देता था.

माल खाने से गायब हुए लाखों के जेवर: इस गिरोह पर करीब डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोगों की हत्या के आरोप हैं. तमिलनाडु में विधायक की हत्या के बाद इस पर 'थीरन' नामक पिक्चर भी बन चुकी है. इस गिरोह की खास बात यह थी कि पहले गिरोह के लोग अपने शिकार की हत्या करते थे, उसके बाद लूटते थे. इस मामले में ग्वालियर के थाना प्रभारी दीपक यादव को भी कोर्ट ने मुलजिम की पेशी में हो रही देरी को लेकर फटकार लगाई थी. हैरानी की बात यह है कि लक्ष्मण सिंह के गिरोह से करीब 80 लाख के गहनों की रिकवरी हो चुकी थी. जिसे माल खाने में जमा करा दिया गया था, लेकिन कोर्ट के माल खाने से यह जेवर गायब हो गए. यह मामला अलग से हाई कोर्ट में चल रहा है.

ग्वालियर। करीब 34 साल पहले 16 मई को उपनगर इलाके के किला गेट क्षेत्र में रहने वाले शहर के प्रतिष्ठित सर्राफा कारोबारी रमेश चंद्र गोयल और उनकी पत्नी बसंती देवी की जघन्य हत्या करके करीब एक करोड़ का सोना चांदी लूटने वाले आरोपी को गुरुवार को जिला न्यायालय में एडीजे कोर्ट में पेश किया गया. बेहद खूंखार आरोपी लक्ष्मण सिंह बावरी मूलत: राजस्थान का रहने वाला है. लेकिन तमिलनाडु में इसने एक विधायक की हत्या और लूट की वारदात को अंजाम दिया था, जिस कारण वेल्लोर जेल (Vellore Central Prison) में उम्र कैद की सजा काट रहा है. पिछले साल कोर्ट ने इसे प्रोडक्शन वारंट पर हाजिर करने के लिए पुलिस को निर्देशित किया था, लेकिन आरोपी की खूंखार छवि को देखते हुए उसे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में यहां लाने के निर्देश भी दिए गए थे.

Laxman Singh Bawri brought to Gwalior under tight security
कड़ी सुरक्षा में ग्वालियर लाया गया लक्ष्मण सिंह बावरी

ग्वालियर कोर्ट में पेश हुआ खूंखार आरोपी लक्ष्मण सिंह बावरी: गुरुवार को तमिलनाडु पुलिस के जवान लक्ष्मण सिंह को कोर्ट में पेश करने पहुंचे. जहां से पुलिस ने उसे 20 जून तक पुलिस रिमांड पर लिया है. तमिलनाडु पुलिस कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में हत्यारोपी को यहां लेकर आई. खास बात यह है कि करीब सात आरोपियों ने इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया था. जिसमें पांच आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए थे, दो आरोपी फरार थे. जिसमें एक आरोपी की मौत हो गई. इस वारदात का एकमात्र जीवित आरोपी लक्ष्मण सिंह बावरी ही बचा है. राजस्थान के भरतपुर जिले का रहने वाला लक्ष्मण सिंह बावरी अपने गिरोह के साथ ट्रक चलाता था और रात में लूट की और हत्या की वारदात को अंजाम देता था.

माल खाने से गायब हुए लाखों के जेवर: इस गिरोह पर करीब डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोगों की हत्या के आरोप हैं. तमिलनाडु में विधायक की हत्या के बाद इस पर 'थीरन' नामक पिक्चर भी बन चुकी है. इस गिरोह की खास बात यह थी कि पहले गिरोह के लोग अपने शिकार की हत्या करते थे, उसके बाद लूटते थे. इस मामले में ग्वालियर के थाना प्रभारी दीपक यादव को भी कोर्ट ने मुलजिम की पेशी में हो रही देरी को लेकर फटकार लगाई थी. हैरानी की बात यह है कि लक्ष्मण सिंह के गिरोह से करीब 80 लाख के गहनों की रिकवरी हो चुकी थी. जिसे माल खाने में जमा करा दिया गया था, लेकिन कोर्ट के माल खाने से यह जेवर गायब हो गए. यह मामला अलग से हाई कोर्ट में चल रहा है.

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