ग्वालियर। वायुसेना में पदस्थ एक हवलदार के बैंक अकाउंट से 1लाख 11 हजार रुपए की ठगी के मामले में 9 महीने बाद भी प्राथमिकी दर्ज नहीं हो सकी है. वायु सेना में पदस्थ कर्मचारी पुलिस थाने और एसपी ऑफिस के चक्कर लगा रहा है. मंगलवार को जनसुनवाई में पहुंचे वायु सेना कर्मचारी सत्येंद्र प्रसाद को पुलिस अफसरों ने आश्वस्त किया है कि, उनके मामले में जल्द ही एफआईआर दर्ज करने के निर्देश जारी करने के साथ ही मामले की विवेचना करके दोषियों को पकड़ने का प्रयास की बात कही है.
ठगों ने क्रेडिट कार्ड की जानकारी लेकर की ठगी: महाराजपुरा स्थित वायुसेना में पदस्थ सत्येंद्र प्रसाद के साथ यह ठगी 11 जनवरी को हुई थी. उन्होंने अपने क्रेडिट पॉइंट को क्रेक करने के लिए कोशिश की थी, लेकिन उनका क्रेडिट कार्ड काम नहीं कर रहा था. तब उन्होंने कस्टमर केयर से मदद पाने के लिए हेल्पलाइन नंबर डायल किया, लेकिन यह नंबर किसी साइबर ठग के पास लिंक हो गया. उसने वायु सेना कर्मी को एनीव्हेयर लिंक डाउनलोड करने की सलाह दी.
ठगों ने क्रेडिट कार्ड से निकाले लाखों रुपये: एनीव्हेयर लिंक को डाउनलोड करते ही वायुसेना कर्मचारी का क्रेडिट कार्ड कोई और व्यक्ति ऑपरेट करने लगा और उसने कुछ ही समय में 1लाख 11हजार रुपए कई किस्तों में निकाल लिए. मोबाइल पर जब वायु सेना कर्मचारी को पैसे निकाले जाने के मैसेज आए तब इस ठगी का पता चला. उन्होंने अगले ही दिन एसपी ऑफिस जाकर मामले की शिकायत की थी और एफआईआर का निवेदन भी किया. लेकिन उन्हें जल्द ही प्राथमिकी दर्ज करने का आश्वासन देकर टरका दिया गया. मंगलवार को वायुसेना कर्मचारी सत्येंद्र प्रसाद एक बार फिर पुलिस अफसरों के सामने पेश हुए और अपनी परेशानी बताई. आखिरकार पुलिस अफसरों ने इस मामले में एफआईआर दर्ज करने के निर्देश जारी करने के साथ ही मामले की जांच शुरू कर दी है.
ग्वालियर में पीड़ित बीएसएफ जवान: ग्वालियर में अभी भी ऊंच-नीच किस कदर हावी है, इसका एक ताजा उदाहरण मुरार थाना क्षेत्र के बड़ागांव इलाके में देखने को मिला. जहां सीमा सुरक्षा बल में तैनात एक जवान के साथ दबंगों ने सिर्फ इसलिए मारपीट कर दी, क्योंकि उसने इन लोगों के पड़ोस में मकान बनवाने की कोशिश की थी. बीएसएफ जवान मुकेश माहौर द्वारा पुलिस में शिकायत करने पर मौके पर पहुंची पुलिस को कोई भी आरोपी नहीं मिला. पुलिस बीएसएफ जवान को अपने साथ ले गई और आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की सलाह दी. जिस समय जवान पुलिस थाने पर आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की कोशिश कर रहा था, ठीक उसी समय वही तीन लोग दोबारा उसके निर्माणाधीन मकान पर आ धमके और काम कर रहे मिस्त्री और कारीगरों के साथ आरोपियों ने मारपीट कर दी, जिससे वे घायल हो गए.
दबंगों ने जवान के परिवार को दी चेतावनी: जवान जब वापस अपने निर्माणाधीन मकान पर आया, तब मजदूरों ने कपिल यादव और उसके साथ आए लोगों की शिकायत की. जवान ने मुरार थाने पहुंचकर मुकदमा दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने सुनवाई नहीं की. आखिरकार बीएसएफ जवान एसपी की जनसुनवाई में मंगलवार को पहुंचा और शिकायत आवेदन देकर इस मामले में कार्रवाई की मांग की. पुलिस अफसरों ने उसे उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है. बीएसएफ जवान का यह भी कहना है कि, यादव बाहुल इलाके में आरोपियों का साफ तौर पर कहना है कि, वह किसी छोटी जाति के व्यक्ति के परिवार को अपने बीच नहीं रहने देंगे. इसलिए उन्होंने बीएसएफ जवान के परिवार को धमकाया है और मकान बनाने पर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है.