ग्वालियर। जयारोग्य अस्पताल समूह में एक बार फिर प्रबंधन की लापरवाही सामने आई है. जहां एक व्यक्ति का शव लापरवाही के चलते बदल दिया गया. जिन लोगों ने मृत व्यक्ति का शव लिया उन्होंने अंतिम संस्कार भी हिंदू रीति के अनुसार कर दिया, जबकि असल में उनके परिजन का शव अभी भी शवगृह में रखा हुआ है, मुरैना के रहने वाले इर्तजा मोहम्मद का शव लेने के लिए उनके परिजन इंतजार कर रहे हैं.
दरअसल इर्तजा मोहम्मद को मुरैना स्थित उनके घर पर किसी जहरीले कीड़े ने काट लिया था. जिससे उनके हाथ में इंफेक्शन हो गया था, परिजन बुजुर्ग का इलाज कराने के लिए जयारोग्य अस्पताल लाए थे. जहां 13 अगस्त को उनका निधन हो गया. इस बीच मरीज की कोरोना जांच से पहले शव सौंपने से अस्पताल प्रबंधन ने इंकार कर दिया, जब शनिवार शाम को इर्तजा मोहम्मद की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई तब उनके परिजन शवगृह शव लेने पहुंचे, तो उन्हें शव नहीं दिया जिसके बाद उन्होंने हंगामा खड़ा कर दिया. परिजनों को पता चला है कि सुरेश बाथम नामक एक बुजुर्ग की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई थी. उनके परिजनों को इर्तजा मोहम्मद का शव सौंप दिया गया. जिन्होंने उसका अपनी रीति से अंतिम संस्कार भी कर दिया.
बताया जाता है कि इस मामले में इर्तजा मोहम्मद के परिजनों ने थाने में शिकायत की है और डाक्टरों और शवगृह के कर्मचारियों पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए हैं. परिजनों ने न्याय की मांग की है. पुलिस ने अपनी जांच शुरू कर दी है और जल्द ही इस में वैधानिक कदम उठाने की बात कही है.