जबलपुर। राष्ट्रीय चिकित्सा विधेयक 2019 लोकसभा में पारित होने के बाद देश भर के डॉक्टर भारत सरकार के विरोध में उतर आए हैं. विधेयक का विरोध कर रहे निजी अस्पतालों के डॉक्टरों ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के बैनर तले 24 घंटे की देशव्यापी हड़ताल पर चले गए हैं. डॉक्टरों की हड़ताल का असर पूरे देश के साथ- साथ जबलपुर में भी देखा जा रहा है.
जबलपुर में निजी अस्पतालों के तमाम डॉक्टर आज काम बंद कर हड़ताल पर चले गए हैं. हालांकि आकस्मिक सुविधा डॉक्टरों ने जरूर उपलब्ध करा रखी है. डॉक्टरों की मानें तो भारत सरकार के इस कदम से ना केवल नीम हकीमों को इलाज करने का लाइसेंस मिलेगा. बल्कि मरीजों की जान से भी खिलवाड़ होगा. हड़ताल पर गए डॉक्टरों ने कहा कि अभी तक डिग्री धारी डॉक्टर ही मरीजों का बेहतर इलाज कर रहे थे, पर अब अगर यह विधेयक पास होता है तो नीम, हकीम, झोलाछाप डॉक्टर मरीजों का इलाज करेंगे. जिससे कि ना सिर्फ मरीजों की जान से खिलवाड़ होगा, बल्कि मरीजों का शोषण भी होगा.
एक दिवसीय हड़ताल पर गए निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने भारत सरकार को चेतावनी दी है कि अगर विधेयक से धारा 32 नहीं हटाई जाती तो वह जनता के बीच जाकर विधेयक की कमियां बताएंगे और जनता को साथ में लेकर सरकार के खिलाफ आंदोलन भी करेंगे.