ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में कोरोना ने एक बार फिर दस्तक दे दी है. शहर में रोजाना एक दर्जन से अधिक कोरोना के संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं. पिछले 1 सप्ताह में जिले में कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या 130 के पार पहुंच चुकी है. लगातार बढ़ रहे मरीजों को लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट हो गया है. इसी के चलते सैंपल की जांच भी बढ़ा दी है. इसके साथ ही पूर्ण संक्रमण की चौथी लहर में कोरोना वायरस का नेचर भी चेंज हो गया है. DRDA (Distrct Rular Development Agency) से आई रिपोर्ट में ग्वालियर में मिले मरीजों में बीए.2 ओमीक्रोम वेरिएंट होने की पुष्टि हुई है. विशेषज्ञों का कहना है कि नया वेरिएंट तेजी से फैलता है. हालांकि राहत की बात यह है कि अभी तक कोई भी कोरोना का मरीज गंभीर नहीं है.
खांसी, जुकाम, बुखार के मरीज बढ़े: मौसम में बदलने के साथ ही ग्वालियर अंचल में कोरोना वायरस मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. लोगों को खांसी जुकाम और वायरल की समस्याएं आने लगी है. जयारोग्य अस्पताल (Jayarogya Hospital) की ओपीडी में जुकाम खांसी बुखार के मरीजों की संख्या दोगुनी हो चुकी है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग मरीजों के सैंपल लेकर कोरोना की जांच करा रहा है. इन जांचों में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज पाए जा रहे हैं. पिछले एक सप्ताह में ग्वालियर जिले में 130 कोरोना मरीज सामने आ चुके हैं.
बीए-2 ओमीक्रोम वेरिएंट की पुष्टि: सीएमएचओ डॉ. मनीष शर्मा (CMHO Dr. Manish Sharma) ने बताया कि ''जीआरएमसी (Gajra Raja Medical College Gwalior) की बायोलॉजिकल लैब से 40 सैंपल होल जीनोम सीक्वेंसिंग की जांच के लिए DRDA भेजे थे. इन्हें जांच सैंपल में बीए-2 ओमीक्रोम वेरिएंट होने की पुष्टि हुई है''. डॉ. मनीष शर्मा ने बताया ओमीक्रोन वेरिएंट अब नए रूप बीए-2 में सामने आया है. यह वेरिएंट बहुत घातक है. उन्होंने कहा है कि ज्यादा से ज्यादा मरीजों के सैंपल लिए जा रहे हैं. उन्हें मास्क और सुरक्षा बरतने के लिए भी हिदायत दी जा रही है''.
मौसम बदलता है तो सर्दी जुकाम बुखार के केस बढ़ ही जाते हैं. कल से टीकाकरण चालू हो चुका है. यह कोविड से बचने की सबसे बड़ी ढ़ाल होती है. ज्यादा से ज्यादा बूस्तर डोज लगवाएंगे. ताकि कोविड के मामलों में कमी आए. - डॉ. मनीष शर्मा, सीएमएचओ ग्वालियर
(Corona Entry in MP) (Corona Entry in Gwalior) (Corona infection is increased in Gwalior) (New BA. 2 Omicron variant found in patients)