ग्वालियर। कमलनाथ सरकार में कद्दावर मंत्री रहे कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा रविवार को ग्वालियर पहुंचे. यहां उन्होंने शहर कांग्रेस कार्यालय में विधानसभा उपचुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं से चर्चा की. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए सिंधिया पर जमकर कटाक्ष किया. उन्होंने कहा की सिंधिया की कांग्रेस से सम्मान नहीं सामान की लड़ाई थी. पीसी शर्मा यहीं नहीं रुके उन्होने तो यह तक कहा कि जिस तरह से कांग्रेस की कमलनाथ सरकार को अस्थिर किया गया उससे जनता में आक्रोश है. इसका परिणाम उपचुनाव के नतीजों में दिखेगा.
मीटिंग के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि जिस तरह से कांग्रेस की कमलनाथ सरकार को गिराया गया उसके दुष्परिणाम उपचुनाव में बीजेपी को भुगतने होंगे. जनता के आक्रोश को दबाया नहीं जा सकता. पूर्व मंत्री ने कोरोना महामारी से निपटने को लेकर भी शिवराज सरकार को घेरा और उसे इस मोर्चे पर असफल करार दिया.
कांग्रेस नेता ने कहा कि पार्टी इन मुद्दों को लेकर आम लोगों के बीच जाएगी. साथ ही दावा किया कि कांग्रेस ग्वालियर चंबल संभाग की 16 सीटों पर विजय पताका फहराएगी. उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा में उनका सम्मान नहीं बल्कि अपमान हो रहा है. जबकि कांग्रेस सिंधिया को हमेशा सिर आंखों पर बिठाकर रखती थी. एमपी कांग्रेस के तीन बड़े दिग्गजों में से ज्योतिरादित्य एक थे और वो पार्टी का बड़ा चेहरा हुआ करते थे. लेकिन आज हालत यह है कि बाजेपी के पोस्टरों से उनकी फोटो गायब रहती है. उन्होंने कहा कि हाल ही में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के जन्मदिन के मौके पर लगे बैनर और कटआउट से सिंधिया का फोटो गायब होना बीजेपी में उनके अस्तित्व और सम्मान को बखूबी बता रहा है.
कांग्रेस विधायकों के पाला बदलने को पीसी शर्मा ने सम्मान नहीं सामान की लड़ाई बताया. उन्होंने आरोप लगाया की इसके एवज में करोड़ों रुपए का लेन-देन हुआ है. उन्होंने कहा कि प्रचार में सिंधिया का नाम छठवें नंबर पर है ये उनका कद है बीजेपी में. पीसी शर्मा ने कांग्रेस के 3 विधायकों पर मामला दर्ज होने को लेकर कहा की वे डरते नहीं हैं. कांग्रेस पार्टी ऐसे मामलों से हमेशा निपटती रही है और आगे भी बखूबी विरोधियों को जवाब देगी.