ग्वालियर। केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय द्वारा देश की 100 स्मार्ट सिटी को सिटी हेल्थ प्लान बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है. ग्वालियर का सिटी हेल्थ प्लान और गैर सरकारी संगठन सेव द चिल्ड्रन के साथ मिलकर तैयार करने की जवाबदारी है. सिटी हेल्थ प्लान तैयार करने के लिए हमें सबसे पहले शहर की एक बार को मॉडल के रूप में हाथ में लेकर उसका हेल्थ प्लान करना होगा. स्मार्ट सिटी को निर्देशित किया कि शहर के एक वार्ड का चयन कर उस वार्ड में स्वास्थ्य संबंधित सभी आवश्यक पहलुओं पर सर्वे कराया जाए.
ग्वालियर कलेक्टर अनुराग चौधरी ने बताया कि किसी शहर को स्मार्ट बनाने के लिए जरूरी होता है कि वहां के निवासी स्वास्थ्य हो. इसलिए इस प्लान को शुरू किया गया है इसके तहत आवेदन शहर के हर वार्ड में जाकर वहां की सरकारी अस्पतालों में मिल रही सुविधाओं के बारे में जानकारी एकत्रित की जाएगी. जबकि यह भी जानने का प्रयास किया जाएगा कि इन सभी सुविधाओं पर कितना खर्च आता है.
कलेक्टर ने कहा कि इन सब के अलावा पूरे शहर में संचालित हो रहे आंगनबाड़ी केंद्रों के के माध्यम से किस तरह का आहार वितरण किया जा रहा है. उस वार्ड में रहने वाली प्रसूति महिलाओं को स्वास्थ्य सुविधाएं दी जा रही है या नहीं ताकि उनकी बीमारियों का पता लगाया जा सके. कलेक्टर का कहना है कि इस सर्वे के बाद ही सभी तथ्य निकलकर सामने आएंगे. उस लिहाज से आगामी समय में हेल्थ प्लान तैयार किया जाएगा, यह प्रोजेक्ट सफल रहा तो देश के अन्य शहरों में लागू किया जाएगा.