ग्वालियर। ग्वालियर और चंबल अंचल पहले से ही चिटफंड कंपनियों का बड़ा गढ़ रहा है. 2012 में तत्कालीन कलेक्टर आकाश त्रिपाठी ने यहां चिटफंड कंपनियों का भांडाफोड़ कर उनके गोरखधंधे को खत्म कर दिया था. लेकिन अब एक बार फिर चिटफंड कंपनियां नए सिरे से ग्वालियर-चंबल अंचल को अपना ठिकाना बना रही हैं. यहां फिर से उनके निशाने पर भोली-भाली जनता है. ठगों ने लोगों की गाढ़ी कमाई की रकम को दोगुनी करने के नाम पर करोड़ों रुपए ठग लिए. लोग रकम वापस पाने के लिए कंपनी और थाने के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही. ग्वालियर के पड़ाव थाने से चंद कदम की दूरी पर सीसीए डेवलपर्स नाम की इस कंपनी का पूरा नाम ही आप सुन लें तो समझ आ जाएगा कि कंपनी बनाने वालों के मंसूबे क्या रहे होंगे.
सीसीए कंपनी का फुल फॉर्म नाम चौंकाने वाला : सीसीए यानी चार चतुर एसोसिएट नाम की कंपनी ग्वालियर में चिटफंड का धंधा फैलाती रही. लोगों को मुफ्त में प्लॉट देने का झांसा देकर और रकम दोगनी करने का लालच देकर कंपनी के लोगों ने करोड़ों रुपए हड़प लिए. जब लोगों ने प्रॉपर्टी और अपने पैसे वापस मांगे तो इन्हें पहले तो कई दिन बरगलाया गया. लेकिन ना तो इन्हें प्लॉट का कब्जा दिया गया और ना ही रकम वापस लौटाई गई. परेशान लोगों ने अब पुलिस की शरण ली है. कंपनी का मास्टरमाइंड अशोक सिंह कुशवाहा और अजय सिंह जादौन ग्वालियर में ही नहीं, प्रदेश की राजधानी भोपाल, मुरैना और उत्तर प्रदेश के आगरा में अपनी चिटफंड कंपनी चला रहा है. सभी जगहों पर लोगों को इसी प्रकार प्लॉट देने और रकम दोगुनी किए जाने का झांसा देकर ठगा जा रहा है. सावधान! मध्यप्रदेश में नया हनी ट्रैप गिरोह सक्रिय, कई युवकों को बनाया शिकार, गिरोह में वकील भी शामिल, पढ़ें - पीड़ितों की आपबीती
पुलिस थाने के पास होटल में चल रही थी फर्जी कंपनी : बड़ी हैरानी की बात यह है कि थाने से चंद कदम की दूरी पर चिटफंड कंपनी संचालित की जा रही थी. होटल को कंपनी ने अपना ठिकाना बनाया हुआ था. जैसे ही मामला पुलिस के पास पहुंचा तो कंपनी होटल से चंद मिनट में गायब हो गई. इस मामले में होटल प्रबंधन कुछ भी कहने से इंकार कर रहा है। गौरतलब है कि चिटफंड कंपनियों के लिए उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के शहर मुफीद साबित हो रहे हैं. यहां आसानी से अपना अवैध कारोबार फैला रहे हैं. दो दिन पहले भी विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र में एक युवक ने आदर्श क्रेडिट सोसायटी नाम की चिटफंड कंपनी पर 35 लाख रुपए की धोखाधड़ी किए जाने का आरोप लगाया था. दो दिन बीते ही थे कि तब तक सीसीए डेवलपर्स नाम की कंपनी का भंडाफोड़ हो गया.
(Chit fund companies in Gwalior) ( Many people cheated by thugs)