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नाग-नागिन के अटूट प्रेम का प्रतीक है अमर प्रेम मंदिर, नाग पंचमी के दिन 'सती' के रूप में होती है पूजा

नाग- नागिन के अमर प्रेम का प्रतीक 'अमर प्रेम मंदिर' में नाग पंचमी के दिन दूर- दूर से दर्शन करने आते हैं भक्त.

ग्वालियर स्थित अमर प्रेम मंदिर
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Published : Aug 5, 2019, 3:50 PM IST

ग्वालियर। इस बार नाग पंचमी पर श्रावण के तीसरे सोमवार के साथ ही अनोखा संयोग बना है. नाग पंचमी के दिन नागों की विशेष पूजा पूरे देश में की जाती है. इस दिन नाग मंदिरों में भक्तों का तांता लगा रहता है. ऐसा ही एक मंदिर ग्वालिर के भावनापुर में स्थित है, जहां नाग- नागिन की अनोखी प्रेम कहानी देखने को मिलती है.

नाग पंचमी के दिन अमर प्रेम मंदिर पर लगता है लोगो का तांता

लगभग 4 साल पहले हाई-वे किनारे एक ट्रक की चपेट में नाग आ गया था. जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी. नाग की मौत के बाद नागिन तीन दिन तक नाग के देह के पास ही बैठी रही और अपना फन पटक- पटक कर अपनी जान दे दी. लोगों ने इस अटूट प्रेम को देखते हुए नाग- नागिन का विधि- विधान से अंतिम संस्कार किया और उसके बाद लोगों ने प्रेम मंदिर की स्थापना कर दी.
नाग नागिन के अमर प्रेम का प्रतीक बना ये मंदिर लोगों की आस्था का केंद्र बन गया है. नाग पंचमी के दिन देश भर से श्रद्धालु इस मंदिर में दर्शन करने आते हैं.

ग्वालियर। इस बार नाग पंचमी पर श्रावण के तीसरे सोमवार के साथ ही अनोखा संयोग बना है. नाग पंचमी के दिन नागों की विशेष पूजा पूरे देश में की जाती है. इस दिन नाग मंदिरों में भक्तों का तांता लगा रहता है. ऐसा ही एक मंदिर ग्वालिर के भावनापुर में स्थित है, जहां नाग- नागिन की अनोखी प्रेम कहानी देखने को मिलती है.

नाग पंचमी के दिन अमर प्रेम मंदिर पर लगता है लोगो का तांता

लगभग 4 साल पहले हाई-वे किनारे एक ट्रक की चपेट में नाग आ गया था. जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी. नाग की मौत के बाद नागिन तीन दिन तक नाग के देह के पास ही बैठी रही और अपना फन पटक- पटक कर अपनी जान दे दी. लोगों ने इस अटूट प्रेम को देखते हुए नाग- नागिन का विधि- विधान से अंतिम संस्कार किया और उसके बाद लोगों ने प्रेम मंदिर की स्थापना कर दी.
नाग नागिन के अमर प्रेम का प्रतीक बना ये मंदिर लोगों की आस्था का केंद्र बन गया है. नाग पंचमी के दिन देश भर से श्रद्धालु इस मंदिर में दर्शन करने आते हैं.

Intro:ग्वालियर- आज सावन की तीसरे सोमवार पर नाग पंचमी का अनोखा संयोग माना जा रहा है नाग पंचमी के दिन हम आपको एक ऐसी नाग नागिन की अमर प्रेम कहानी बताते हैं जो सबसे अलग है ग्वालियर शहर से दूर हाईवे के किनारे नाग नागिन की इस अमर प्रेम मंदिर को बनाने के पीछे एक अनोखी कहानी है सन 2015 में इस मंदिर के स्थान पर एक नाग ट्रक से कुचलकर मौत हो गई थी उसके बाद नागिन उस ट्रक के पहिए से से 3 दिन तक लिपटी रही । उसके बाद उसने अपना फन पटक पटक कर जान दे दी। उसके बाद स्थानीय लोगों ने दोनों का दाह संस्कार करके उसी स्थान पर एक अमर प्रेम मंदिर की स्थापना कर दी तब से लेकर अब तक इस अमर प्रेम मंदिर के प्रति लोगों की अलग ही आस्था है।


Body:ग्वालियर की भावना पुर में बना अमर प्रेम मंदिर में लोग दूर-दूर से मन्नत मांगी आ रही है लोगों की मान्यता है कि इस मंदिर में दर्शन करने से भक्तों की मन्नत पूरी होती है इस मंदिर की स्थापना के पीछे अमर प्रेम की कहानी है साल 2015 में एक हाईवे ठीक किनारे एक ट्रक की चपेट में न आ गया था हादसे में नाग ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था। नाग की मौत के बाद नागिन ने इस जगह पर 3 दिन तक डेरा जमाए रखा ।ना कुछ खाया न कुछ पिया। सिर्फ जमीन पर फन पटक कर विलाप करती रही आखिर 3 दिन बीत जाने के बाद नागिन ने दम तोड़ दिया था। लोगों ने दोनों की इस अटूट प्रेम को देखते हुए इनका विधि-विधान से दाह संस्कार किया और इसके बाद लोगों ने यहां अमर प्रेम मंदिर स्थापित किया।

बाईट- राजेन्द्र सिंह चौहान , पुजारी


Conclusion:नाग नागिन की अमर प्रेम का प्रतीक बना यह मंदिर लोगों के लिए आस्था का केंद्र है और नाग पंचमी के दिन इस मंदिर में काफी श्रद्धालु दूर-दूर से अपनी मन्नत मांगने के लिए आते हैं।यहां आने वाले वक्त भी मानते हैं कि नाग नागिन की अमर प्रेम की कहानी वाली इस स्थल पर आने से सभी मन्नतें पूरी होती हैं।

बाईट - महिला , श्रध्दालु

नाग नागिन की प्रेम की किसी अक्सर फिल्मों में देखने को मिलते हैं लेकिन ग्वालियर में लोगों ने नाग नागिन की प्रेम और साथ मरने की असली तस्वीर देखी है। लोग अमर प्रेम मंदिर में आस्था रखते हैं यही वजह है कि नाग पंचमी के मौके पर दोपहर तक 20 हजार से ज्यादा लोगों ने इस मंदिर में मत्था टेक मन्नतें मांगी है
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