ग्वालियर। शहर में पिछले गुरुवार को अग्नीपथ को लेकर अराजकता का माहौल पैदा करने में एक रिटायर्ड फौजी की भूमिका सामने आई है, वर्तमान में वह पुलिस और सेना में भर्ती के लिए युवाओं को ट्रेनिंग देता है. पुलिस ने इसे वीडियो फुटेज के आधार पर पूछताछ के लिए रोका भी था,(Agnipath Scheme Protest) लेकिन इसका एक वीडियो सामने आने के बाद पुलिस इसे अब सरगर्मी से तलाश कर रही है. इसी के साथ जिला प्रशासन ने उस पर पांच हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर रखा है.
फौजी ने वीडियो बनाकर भड़काया था उपद्रव: केंद्र सरकार की सेना भर्ती की योजना अग्नीपथ को लेकर पूरे देश में अशांति का माहौल है, वहीं अब ग्वालियर में माहौल को खराब करने में फिजिकल ट्रेनर्स की भूमिका सामने आई है. ग्वालियर में 50 से ज्यादा फिजिकल ट्रेनर हैं, जिनमें 5 लोगों की भूमिका आपत्तिजनक पाई गई है. ग्वालियर में एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें फिजिकल ट्रेनर और पूर्व फौजी मनोज परमार उपद्रव वाले दिन सोशल मीडिया पर लोगों को केंद्र सरकार की नई स्कीम के खिलाफ भड़काता हुआ दिखाई दे रहा था.
16 जून को युवाओं ने किया था उपद्रव: गौरतलब है कि गोला का मंदिर चौराहे पर 16 जून को जमकर युवाओं ने उपद्रव किया था. इस दौरान बिरला नगर, रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ करने के अलावा आगजनी भी की गई थी, जिसके बाद अप और डाउन ट्रैक को कई घंटे बंद रखा गया था. हालांकि दो बार के उपद्रव के बाद अब जिला प्रशासन के कान खड़े हुए हैं और उसने फिजिकल ट्रेनर मनोज परमार की तलाश शुरू कर दी है. हालांकि अब इनाम घोषित होने के बाद से ही आरोपी अंडर ग्राउंड है.
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कोचिंग संचालकों को मिले निर्देश: फिलहाल अब ग्वालियर के सभी कोचिंग संचालकों को एसडीएम से परमिशन लेने के बाद ही अपनी कोचिंग संचालित करने के निर्देश दिए हैं. इन कोचिंग संचालकों को अपने यहां ट्रेनिंग लेने वाले सभी छात्रों के डिटेल रखना होगी और जिला प्रशासन को भी जानकारी मुहैया करानी होगी, जिससे भविष्य में उपद्रवी छात्रों की पहचान की जा सके और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके.