ग्वालियर। ग्वालियर में लॉकडाउन का पालन कराने, जहां पुलिस और प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है और लोगों को जागरूक करने के तमाम जतन कर रहा है तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो दूसरे तरीकों से लोगों को जागरुक करने के लिए खुद से आगे आए हैं. अब्दुल ब्रदर्स ने संगीत को जरिया बनाकर कोरोना महामारी के खिलाफ जंग में अपना सहयोग देने की कोशिश की है.
सुर और संगीत की धरा ग्वालियर में कुछ ऐसे संगीतज्ञ हैं, जो ग्वालियर घराने से करीब 5 पीढ़ी से जुड़े हुए हैं. ये अपने संगीत से लोगों को घरों में रहने और लॉकडाउन का पालन करने की बात कर रहे हैं. शहर के अब्दुल ब्रदर्स की 5 पीढ़ियां संगीत को ही समर्पित हैं. ये कलाकार सिंधिया रियासत काल में राज दरबारी थे, इनके परिवार में आज भी दुर्लभ वाद्य यंत्र सारंगी का वादन किया जाता है. विश्व प्रसिद्ध तानसेन समारोह में भी ये कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देते आ रहे हैं.
लॉकडाउन में लोग घरों से ना निकलें इसलिए अब्दुल ब्रदर्स गजल और गीत के माध्यम से सारंगी, तबले, हारमोनियम और गिटार की धुन पर लोगों को लॉकडाउन में जागरुक कर रहे हैं और संकट की घड़ी में देश सेवा कर अपना योगदान घर बैठे ही दे रहे हैं.