ग्वालियर। चंबल के बीहड़ों और डकैत पर आधारित फिल्म सोन चिड़िया का विरोध लगातार जारी है. ग्वालियर चंबल अंचल में लोगों ने इसका विरोध फिल्म का पोस्टर आने के बाद शुरू कर दिया है, अब केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भी इस फिल्म के विरोध में उतर आये हैं. उनका कहना है कि 'सोन चिड़िया' फिल्म में चंबल का बीता हुआ कल दिखाया है, जबकि फिल्म में आज का चंबल दिखाना चाहिये.
केंद्रीय मंत्री का विरोध है कि किसी भी फिल्म निर्माता को यदि चंबल दिखाना है तो आज वहां जाकर देखें और फिल्म बनाये. चंबल अंचल अपनी देश सेवा शिक्षा और त्याग बलिदान करने के लिए देशभर में मशहूर है. फिल्म निर्माता को चंबल के बीते हुए कल पर फिल्म नहीं बनानी चाहिए, बल्कि वर्तमान को लेकर फिल्म बनाना चाहिए कि वास्तविकता में लोग कैसे निकलकर अच्छाई की तरफ आ रहे हैं, फिल्म में ये दिखाना चाहिए. चंबल अंचल वीर जवानों और अमर शहीद पंडित राम प्रसाद की जन्म भूमि है.
कोर्ट में दायर की याचिका
गौरतलब है कि आने वाली फिल्म सोन चिड़िया चंबल के बीहड़ और डाकुओं पर आधारित है, इस फिल्म में चंबल अंचल की नकारात्मक छवि को पेश किया गया है, इस फिल्म में डाकुओं के साथ साथ गाली- गलौज का भी प्रयोग किया गया है, इस वजह से इस अंचल के लोगों में काफी आक्रोश है. इस फिल्म का पोस्टर आने के बाद लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया और इस फिल्म को रिलीज ना होने के लिए कोर्ट में याचिका दायर की है.