देवास/बालाघाट। एमपी में भारी बारिश के चलते जीवन अस्त-व्यस्त है. ज्यादातर नदियां खतरे के निशान से 3-4 फिट ऊपर बह रहीं हैं. फिलहाल प्रदेश के कई इलाकों में बाढ़ का संकट मंडरा रहा है. इसकी वजह से प्रशासन अलर्ट मोड में नजर आ रही है. इसी के तहत सीएम शिवराज ने खुद मोर्चा संभालते हुए सभी जिलों कलेक्टरों से चर्चा की है. देवास के सुनार नदी का जलस्तर भी लगातार बढ़ता जा रहा है. इसकी वजह से उसके किनारे पर रहने वाले ग्रामीणों पर खतरा मंडराने लगा है. वहीं बालाघाट में मुस्लाधार बारिश की वजह से पुल पुलिया और सड़कें टूटने और फूटने लगीं हैं. (Flood crisis in MP)
पुलिस कर रही रेस्क्यू: देवास की बटियागढ़ तहसील के चैनपुरा गांव में सुनार नदी में आई बाढ़ से खतरा बढ़ गया है. नदी का जलस्तर बढ़ने से इन नदियों के किनारे बसे करीब 4 गांवों में पानी पहुंच गया है और इन गांवों की फसलें डूब गई हैं. चैनपुरा गांव में कुछ घरों में भी पानी भर जाने से रहवासी अपना सामान बाहर निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर ले जा रहे हैं. बटियागढ़ थाना प्रभारी मनीष मिश्रा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. ग्रामीणों और सरपंच की मदद से पुलिस ने जिनके घरों में पानी भर गया उनको वहां से सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया. साल 2005 और 2008 में आई बाढ़ के कारण सैकड़ों मकान डूब गए थे, तब मुश्किल से रेस्क्यू कर लोगों को बचाया जा सका था. ऐसे हालात दोबारा न बने इसके लिए प्रशासन ने पहले से ही लोगों से मकान खाली कर सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए अपील की है.(balaghat bridges collapsed)
बारिश की वजह से जनजीवन प्रभावित: बालाघाट में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन प्रभावित हो गया है. मुस्लाधार बारिश के चलते बालाघाट और महाराष्ट्र सीमा को जोड़ने वाली पुल और नदी भी उफान पर है. यहां आवागमन रोक दिया गया है. तेज बारिश की वजह से पुल और पुलिया साथ ही सड़कों पर पानी आ गया है. प्रशासन लगातार अलर्ट मोड़ में दिखाई दे रही है. रेस्क्यू टीम भी लगातार बाढ़ पर नजर बनाए हुए है. (Flood crisis in MP)