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Dewas Water Crisis: देवास में गर्मियों की शुरुआत के साथ भीषण पानी की समस्या, हैंडपंप, कुंए सूखे, बूंद-बूंद को तरस रहे ग्रामीण

गर्मी का मौसम शुरू होते ही देवास के कुसमानिया में पेयजल संकट होने लगा है. यहां के ग्रामीणों को काफी मशक्कत करने के बाद भी पीने का पानी नसीब नहीं हो पा रहा है. ग्रामीणों में जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारियों के प्रति काफी आक्रोश है. लोगों की मांग है कि उन्हे पीने का पानी मुहैया कराया जाए. इधर निर्मल नीर योजना के तहत बने कुंए सूख गए हैं. हैंडपंप से भी पानी आना बंद हो चुका है. (mp villages nirmal neer scheme failed) (Dewas Water Crisis) (hand pumps wells dry up in mp villages)

dewas water crisis
देवास बूंद बूंद को तरस रहे ग्रामीण
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Published : Apr 8, 2022, 7:44 PM IST

देवास। कन्नौद जनपद पंचायत के कई ग्राम पंचायतों में इन दिनों जल संकट है. गांव के लोग दिन-रात पानी के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं. लेकिन विभाग के अधिकारी और जनप्रतिनिधि अभी भी समस्या से अंजान हैं. कुसमानिया क्षेत्र के भिलाई और मोहाई गांव में यह समस्या बरसात के बाद से ही है. लेकिन गर्मी का मौसम आते ही समस्या ने विकराल रूप धारण कर लिया है. ((drinking water shortage Dewas) क्षेत्र के अधिकांश कुंए सूख चुके हैं. इसके साथ ही हैंडपंप ने भी पानी उगलना बंद कर दिया है. लोगों ने अपनी समस्या को लेकर नेताओं और अधिकारियों से गुहार लगाई लेकिन निराकरण नहीं हो रहा. ((Dewas Water Crisis) )

madhya pradesh water crisis
एमपी में बूंद-बूंद को तरस रहे ग्रामीण

बूंद-बूंद को तरस रहे ग्रामीण : पानी की समस्या ने मजदूर वर्ग के लोगों की कमर तोड़ दी है. इनका दिनभर का समय पानी भरने की जुगाड़ में निकल जाता है. गांव के हैंडपंप और कुआं ग्रामीणों के लिए अनुपयोगी साबित हो रहे हैं. इस वजह से ग्रामीण पानी की बूंद-बूंद को तरस रहे हैं. पानी की व्यवस्था के लिए ग्राम पंचायत के सरपंच ने जो भी प्रयास किए थे सब असफल हो रहे हैं. आगे कोई विकल्प मिलता नजर नहीं आ रहा.

drinking water problem in dewas
देवास कुसमानिया में पेयजल संकट

छिंदवाड़ा जिला अस्पताल में पानी के लिए तीमारदार परेशान, बोले- साहब! इलाज कराएं या पानी ढूंढे

हैंडपंप और निर्मल नीर में पड़ा सूखा : भिलाई गांव में 14 व मोहाई गांव में 8 सरकारी हैंडपंप और निर्मल नीर के 2 कुएं हैं. लेकिन जलस्तर में गिरावट आने की वजह से 13 हैंडपम्प पूरी तरह से बंद हो चुके हैं. कुएं में भी पानी नहीं है. हनुमान मंदिर के पास के हैंडपंप में थोड़ा-बहुत पानी निकलने से ग्रामीणों की भीड़ लगी रहती है. (mp villages nirmal neer scheme failed)

nirmal neer scheme failed in mp
हैंडपंप और निर्मल नीर में पड़ा सूखा

समस्या पर अधिकारी और ग्रामीणों के बोल - ग्रामीणों ने बताया कि आसपास के किसानों के ट्यूबवेल से पानी लाया जाता है. लेकिन उनमें भी पानी की कमी होने के कारण पेयजल की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. गांव में पानी की कमी से त्राही-त्राही मची है.
पीने के पानी के लिए जान जोखिम में डाल कुएं में उतरती हैं महिलाएं
- पेयजल की आपूर्ति के लिए जब प्रभारी सचिव पवन प्रजापत से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि दोनों गांव में पानी की समस्या है. पंचायत स्तर से किए गए सभी प्रयास असफल हैं. पीएचई विभाग के अधिकारियों को समस्या के बारे में बताया गया है.

- पीएचई विभाग के एसडीओ एमके श्रीवास्तव ने कहा गांव में पेयजल संकट की समस्या की जानकारी मिली है. टीम भेजकर निरीक्षण करवाया जाएगा . हैंडपंप को चिन्हित कर मोटर डाले जाएंगे. (hand pumps wells dry up in mp villages)

देवास। कन्नौद जनपद पंचायत के कई ग्राम पंचायतों में इन दिनों जल संकट है. गांव के लोग दिन-रात पानी के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं. लेकिन विभाग के अधिकारी और जनप्रतिनिधि अभी भी समस्या से अंजान हैं. कुसमानिया क्षेत्र के भिलाई और मोहाई गांव में यह समस्या बरसात के बाद से ही है. लेकिन गर्मी का मौसम आते ही समस्या ने विकराल रूप धारण कर लिया है. ((drinking water shortage Dewas) क्षेत्र के अधिकांश कुंए सूख चुके हैं. इसके साथ ही हैंडपंप ने भी पानी उगलना बंद कर दिया है. लोगों ने अपनी समस्या को लेकर नेताओं और अधिकारियों से गुहार लगाई लेकिन निराकरण नहीं हो रहा. ((Dewas Water Crisis) )

madhya pradesh water crisis
एमपी में बूंद-बूंद को तरस रहे ग्रामीण

बूंद-बूंद को तरस रहे ग्रामीण : पानी की समस्या ने मजदूर वर्ग के लोगों की कमर तोड़ दी है. इनका दिनभर का समय पानी भरने की जुगाड़ में निकल जाता है. गांव के हैंडपंप और कुआं ग्रामीणों के लिए अनुपयोगी साबित हो रहे हैं. इस वजह से ग्रामीण पानी की बूंद-बूंद को तरस रहे हैं. पानी की व्यवस्था के लिए ग्राम पंचायत के सरपंच ने जो भी प्रयास किए थे सब असफल हो रहे हैं. आगे कोई विकल्प मिलता नजर नहीं आ रहा.

drinking water problem in dewas
देवास कुसमानिया में पेयजल संकट

छिंदवाड़ा जिला अस्पताल में पानी के लिए तीमारदार परेशान, बोले- साहब! इलाज कराएं या पानी ढूंढे

हैंडपंप और निर्मल नीर में पड़ा सूखा : भिलाई गांव में 14 व मोहाई गांव में 8 सरकारी हैंडपंप और निर्मल नीर के 2 कुएं हैं. लेकिन जलस्तर में गिरावट आने की वजह से 13 हैंडपम्प पूरी तरह से बंद हो चुके हैं. कुएं में भी पानी नहीं है. हनुमान मंदिर के पास के हैंडपंप में थोड़ा-बहुत पानी निकलने से ग्रामीणों की भीड़ लगी रहती है. (mp villages nirmal neer scheme failed)

nirmal neer scheme failed in mp
हैंडपंप और निर्मल नीर में पड़ा सूखा

समस्या पर अधिकारी और ग्रामीणों के बोल - ग्रामीणों ने बताया कि आसपास के किसानों के ट्यूबवेल से पानी लाया जाता है. लेकिन उनमें भी पानी की कमी होने के कारण पेयजल की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. गांव में पानी की कमी से त्राही-त्राही मची है.
पीने के पानी के लिए जान जोखिम में डाल कुएं में उतरती हैं महिलाएं
- पेयजल की आपूर्ति के लिए जब प्रभारी सचिव पवन प्रजापत से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि दोनों गांव में पानी की समस्या है. पंचायत स्तर से किए गए सभी प्रयास असफल हैं. पीएचई विभाग के अधिकारियों को समस्या के बारे में बताया गया है.

- पीएचई विभाग के एसडीओ एमके श्रीवास्तव ने कहा गांव में पेयजल संकट की समस्या की जानकारी मिली है. टीम भेजकर निरीक्षण करवाया जाएगा . हैंडपंप को चिन्हित कर मोटर डाले जाएंगे. (hand pumps wells dry up in mp villages)

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