देवास। कन्नौद जनपद पंचायत के कई ग्राम पंचायतों में इन दिनों जल संकट है. गांव के लोग दिन-रात पानी के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं. लेकिन विभाग के अधिकारी और जनप्रतिनिधि अभी भी समस्या से अंजान हैं. कुसमानिया क्षेत्र के भिलाई और मोहाई गांव में यह समस्या बरसात के बाद से ही है. लेकिन गर्मी का मौसम आते ही समस्या ने विकराल रूप धारण कर लिया है. ((drinking water shortage Dewas) क्षेत्र के अधिकांश कुंए सूख चुके हैं. इसके साथ ही हैंडपंप ने भी पानी उगलना बंद कर दिया है. लोगों ने अपनी समस्या को लेकर नेताओं और अधिकारियों से गुहार लगाई लेकिन निराकरण नहीं हो रहा. ((Dewas Water Crisis) )
बूंद-बूंद को तरस रहे ग्रामीण : पानी की समस्या ने मजदूर वर्ग के लोगों की कमर तोड़ दी है. इनका दिनभर का समय पानी भरने की जुगाड़ में निकल जाता है. गांव के हैंडपंप और कुआं ग्रामीणों के लिए अनुपयोगी साबित हो रहे हैं. इस वजह से ग्रामीण पानी की बूंद-बूंद को तरस रहे हैं. पानी की व्यवस्था के लिए ग्राम पंचायत के सरपंच ने जो भी प्रयास किए थे सब असफल हो रहे हैं. आगे कोई विकल्प मिलता नजर नहीं आ रहा.
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हैंडपंप और निर्मल नीर में पड़ा सूखा : भिलाई गांव में 14 व मोहाई गांव में 8 सरकारी हैंडपंप और निर्मल नीर के 2 कुएं हैं. लेकिन जलस्तर में गिरावट आने की वजह से 13 हैंडपम्प पूरी तरह से बंद हो चुके हैं. कुएं में भी पानी नहीं है. हनुमान मंदिर के पास के हैंडपंप में थोड़ा-बहुत पानी निकलने से ग्रामीणों की भीड़ लगी रहती है. (mp villages nirmal neer scheme failed)
समस्या पर अधिकारी और ग्रामीणों के बोल - ग्रामीणों ने बताया कि आसपास के किसानों के ट्यूबवेल से पानी लाया जाता है. लेकिन उनमें भी पानी की कमी होने के कारण पेयजल की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. गांव में पानी की कमी से त्राही-त्राही मची है.
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- पेयजल की आपूर्ति के लिए जब प्रभारी सचिव पवन प्रजापत से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि दोनों गांव में पानी की समस्या है. पंचायत स्तर से किए गए सभी प्रयास असफल हैं. पीएचई विभाग के अधिकारियों को समस्या के बारे में बताया गया है.
- पीएचई विभाग के एसडीओ एमके श्रीवास्तव ने कहा गांव में पेयजल संकट की समस्या की जानकारी मिली है. टीम भेजकर निरीक्षण करवाया जाएगा . हैंडपंप को चिन्हित कर मोटर डाले जाएंगे. (hand pumps wells dry up in mp villages)