छिन्दवाड़ा। सीता जी को वनवास से लौटने के बाद खुद को पाक साफ साबित करने के लिए अग्नि परीक्षा देनी पड़ा थी, ऐसा ही एक मामला छिंदवाड़ा से सामने आया है, जहां पर एक महिला ने खुद पर लगे इल्जाम को गलत ठहराने के लिए अंगारों पर चलकर अग्नि परीक्षा देनी पड़ी है.
पति को वशीकरण करने का सास ने लगाए थे आरोप
सौसर तहसील के ग्राम रामकोना के एक दरगाह का मोहर्रम पर्व के बीच सोसल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमे बाबा महिला पर उसके रिश्तेदारों द्वारा कलंक लगाए जाने के बात कर रहे हैं, तो उसे पाक साफ साबित करने के लिए जलते अंगारों पर चलने को कहते हैं और महिला 2 बार चलती भी है,और बाद में उसके पैर जले या नहीं चेक करने को कहा जाता है.
पति के कहने पर पत्नी ने दी अग्नि परीक्षा
महिला ने बताया है कि उसकी सास और ससुराल वाले पति को अपने बस में करने का आरोप लगा रहे हैं, जबकि उसने ऐसा कुछ नहीं किया है, इसी का सबूत देने के लिए दो बाबा की दरगाह में आई थी बाबा ने कहा कि ऐसा कर सकते हैं, उसने अपनी मर्जी से अंगारों में चलकर सबूत दिया है.
'अपनी मर्जी से दी अग्निपरीक्षा'
एक ओर देश चांद और मंगल पर जीवन की खोज कर वहां रह बसर करने की तैयारी में लगा हुआ है, तो आज भी समाज में अंधविश्वास की जड़ें गहरी नजर आ रही हैं, वहीं बाबा ने बताया कि महिला को उसका परिवार, पति को कुछ खिलाने के नाम पर कई दिनों से प्रताड़ित कर रहा है, जिसको पाक साफ साबित करने के लिए उसने महिला के परमिशन से यह सब किया है, वहीं महिला का कहना है कि वह अपनी मर्जी से इसके लिए राजी हुई थी.
अंगारों पर दौड़ता 'अंधविश्वास', यहां आग पर नंगे पैर चलते हैं ग्रामीण
बाबा के समर्थन में आए ग्रामीण
महिला के पति का कहना है कि उसे अपनी पत्नी पर भरोसा था, उसकी मां और उसके बीच अनबन थी, जो अब दूर हो चुकी है, इधर अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति के सदस्य ने कहा कि बाबा अंधविश्वास को बढ़ावा दे रहा है, जिस पर कार्रवाई होनी चाहिए.