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लॉकडाउन में बेरंग हुआ फूलों का रंग, दुकानें खुलने के बाद भी नहीं आ रहे ग्राहक - छिंदवाड़ा में फूलों की खेती चौपट

लॉकडाउन के चलते फूलों का व्यापार प्रभावित होने से छोटे दुकानदारों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. शादी और धार्मिक स्थल बंद होने से भी फूलों की डिमांड में कमी आई है, फूलों के धंधे से जुड़े दुकानदार और किसान दोनों के सामने परेशानियां बढ़ गई हैं.

Colorful flower business in lockdown
लॉकडाउन में बेरंग हुआ फूलों का धंधा
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Published : Jun 9, 2020, 10:04 AM IST

Updated : Jun 9, 2020, 10:21 AM IST

छिंदवाड़ा। कोरोना वायरस के चलते हुए लॉकडाउन से हर धंधे पर असर पड़ा है. सबसे ज्यादा असर उन लोगों पर हुआ जो छोटा-मोटा काम करके अपना गुजारा करते थे. कुछ ऐसा ही हाल फूल बेचने वाले दुकानदारों का भी हुआ है. जिनका धंधा लॉकडाउन की वजह से चौपट हो गया है. आलम यह है कि बाजार खुलने के बाद भी लोग फूल नहीं खरीद रहे हैं.

लॉकडाउन में बेरंग हुआ फूलों का धंधा

छिंदवाड़ा में फूल की दुकान चलाने वाले दुकानदारों का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान शादियां लगभग बंद रही. तो रामनवमी और नवरात्रि जैसे बड़े त्योहार भी निकल गए. ये वो वक्त होता है जब फूलों की सबसे ज्यादा डिमांड रहती थी. लेकिन इस बार लॉकडाउन की वजह से सब कुछ बंद रहा. जिससे काफी नुकसान हुआ है.

लॉकडाउन में बेरंग हुए फूल
लॉकडाउन में बेरंग हुए फूल

फूल दुकानदारों ने कहा कि उनका पूरा परिवार फूल की दुकान के माध्यम से चलता था. उन्होंने अपनी दुकानों में दो से तीन लोगों को काम पर भी लगाया था. लेकिन दो महीने के लॉकडाउन में पूरा धंधा चौपट हो गया, शादी-विवाह के समय में फूलों की मांग बहुत ज्यादा रहती थी. यहां तक कि कई बार फूल कम पड़ जाते थे. पर अब स्थिति यह है कि फूल भी नहीं आ पा रहे हैं और ना ही ग्राहक आ रहे हैं.

दुकानों पर नहीं आ रहे ग्राहक
दुकानों पर नहीं आ रहे ग्राहक

फूलों की ज्यादातर दुकानें बंद

छिंदवाड़ा में फूलों की ज्यादातर दुकानें बंद हैं. जो दुकानें खुली हैं वहां भी फूल पर्याप्त मात्रा में नहीं है. दुकानदारों ने कहा कि शहर में फूल नागपुर और बाहर से आते थे. लेकिन लॉकडाउन के चलते सभी जगह परिवहन बंद रहा. जबकि अभी भी ठीक से फूल नहीं आ पा रहे हैं. जिसका उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है. कोरोना वायरस के चलते हमारे सामने आर्थिक तंगी का संकट खड़ा हो गया है. ऐसे में अब स्थिति कब तक सामान्य होगी कुछ कहा नहीं जा सकता.

बंद हैं फूलों की ज्यादातर दुकानें
बंद हैं फूलों की ज्यादातर दुकानें

छिंदवाड़ा। कोरोना वायरस के चलते हुए लॉकडाउन से हर धंधे पर असर पड़ा है. सबसे ज्यादा असर उन लोगों पर हुआ जो छोटा-मोटा काम करके अपना गुजारा करते थे. कुछ ऐसा ही हाल फूल बेचने वाले दुकानदारों का भी हुआ है. जिनका धंधा लॉकडाउन की वजह से चौपट हो गया है. आलम यह है कि बाजार खुलने के बाद भी लोग फूल नहीं खरीद रहे हैं.

लॉकडाउन में बेरंग हुआ फूलों का धंधा

छिंदवाड़ा में फूल की दुकान चलाने वाले दुकानदारों का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान शादियां लगभग बंद रही. तो रामनवमी और नवरात्रि जैसे बड़े त्योहार भी निकल गए. ये वो वक्त होता है जब फूलों की सबसे ज्यादा डिमांड रहती थी. लेकिन इस बार लॉकडाउन की वजह से सब कुछ बंद रहा. जिससे काफी नुकसान हुआ है.

लॉकडाउन में बेरंग हुए फूल
लॉकडाउन में बेरंग हुए फूल

फूल दुकानदारों ने कहा कि उनका पूरा परिवार फूल की दुकान के माध्यम से चलता था. उन्होंने अपनी दुकानों में दो से तीन लोगों को काम पर भी लगाया था. लेकिन दो महीने के लॉकडाउन में पूरा धंधा चौपट हो गया, शादी-विवाह के समय में फूलों की मांग बहुत ज्यादा रहती थी. यहां तक कि कई बार फूल कम पड़ जाते थे. पर अब स्थिति यह है कि फूल भी नहीं आ पा रहे हैं और ना ही ग्राहक आ रहे हैं.

दुकानों पर नहीं आ रहे ग्राहक
दुकानों पर नहीं आ रहे ग्राहक

फूलों की ज्यादातर दुकानें बंद

छिंदवाड़ा में फूलों की ज्यादातर दुकानें बंद हैं. जो दुकानें खुली हैं वहां भी फूल पर्याप्त मात्रा में नहीं है. दुकानदारों ने कहा कि शहर में फूल नागपुर और बाहर से आते थे. लेकिन लॉकडाउन के चलते सभी जगह परिवहन बंद रहा. जबकि अभी भी ठीक से फूल नहीं आ पा रहे हैं. जिसका उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है. कोरोना वायरस के चलते हमारे सामने आर्थिक तंगी का संकट खड़ा हो गया है. ऐसे में अब स्थिति कब तक सामान्य होगी कुछ कहा नहीं जा सकता.

बंद हैं फूलों की ज्यादातर दुकानें
बंद हैं फूलों की ज्यादातर दुकानें
Last Updated : Jun 9, 2020, 10:21 AM IST
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