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जानें, आज क्यों मनाया जाता है World Post Day, भारत क्यों है इसका सरताज

World Post Day 2021: विश्व डाक दिवस आज ( 9 अक्टूबर को) पूरी दुनिया में मनाया जा रहा है. क्योंकि आज ही के दिन स्विटजरलैंड के बर्न में 1874 में यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन (UPU) की स्थानपना हुई थी. 1969 में जापान की राजधानी टोक्यो में हुए यूपीयू कांग्रेस में 9 अक्टूबर को विश्व डाक दिवस के रूप में घोषित किया गया था.

World Post Day
जानें, आज क्यों मनाया जाता है World Post Day
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Published : Oct 9, 2021, 6:01 AM IST

भोपाल। विश्व डाक दिवस हर साल 9 अक्टूबर को मनाया जाता है. विश्व डाक दिवस को 1969 में टोक्यो, जापान में आयोजित यूनिवर्सल पोस्टल कांग्रेस (यूपीयू) कांग्रेस ने मनाने का आह्वान किया था. इसे 1874 में यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन (यूपीयू) के निर्माण की वर्षगांठ को याद करने के तौर पर मनाया जाता है.

क्यों मनाया जाता है World Post Day

विश्व डाक दिवस का मकसद लोगों और कारोबार में दैनिक जीवन में पोस्ट की भूमिका के साथ-साथ वैश्विक सामाजिक और आर्थिक विकास में इसके योगदान के बारे में जागरूकता लाना है. इस दिन पोस्ट के नए उत्पादों और सेवाओं को पेश किया जाता है. दुनिया भर के 150 देश हर साल इसे मनाते हैं.

इस साल की थीम है ' Innovate to recover'

हर साल इस दिवस को एक खास थीम के साथ मनाया जाता है. विश्व डाक दिवस 2021 का विषय ' Innovate to recover' है. यह विषय डाक व्यवस्था की उस हालत पर प्रकाश डालता है जिसका अब पटरी पर लौटना काफी मुश्किल है. सब कुछ डिजिटल होने के साथ, डाक सेवा अब आकर्षक नहीं रही. यूपीयू ने फिर से डाकसेवाओं को आकर्षक बनाने के लिए सभी से मदद का आग्रह किया है.

इस दिन का महत्व

विश्व में 650,000 से अधिक कार्यालय और 5.3 मिलियन कर्मचारी आज भी डाक सेवा से जुडे हुए हैं. आज के दिन सराहनीय कार्य करने वाले डाक विभाग के कर्मचारियों को पुरस्कृत किया जाता है. सबसे अहम बात यह है कि विश्व डाक दिवस कारोबार और रोजमर्रा की जिंदगी में डाक विभाग की भूमिका के बारे में जागरूकता पैदा करता है.

डाक का इतिहास

डाक की कहानी सन् 1600 के आसपास की है. जब विभिन्न देशों में डाक प्रणाली स्थापित होने लगी और कई लोग इसका उपयोग करने लगे. बाद में 1800 के दशक में वैश्विक डाक सेवाओं की स्थापना हुई. यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन की स्थापना वर्ष 1874 में हुई थी.

इंडिया पोस्ट है देश की शान

  • डाक विभाग (डीओपी) DoP का व्यापारिक नाम है, जो संचार मंत्रालय के तहत काम करता है.
  • 1, 55,531 डाकघरों के साथ, DoP के पास दुनिया में सबसे व्यापक डाक नेटवर्क है.
  • भारत का डाक विभाग डाक वितरण, लघु बचत योजनाएं, डाक जीवन बीमा (पीएलआई) और ग्रामीण डाक जीवन बीमा (आरपीएलआई) सहित कई योजनाएं चलाता है.
  • डाक विभाग महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (MGNREGS) मजदूरी वितरण और वृद्धावस्था पेंशन भुगतान जैसी सेवाओं में सबसे आगे है.
  • डाक विभाग अपने विशाल नेटवर्क के कारण सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयनमें एक प्रमुख भूमिका निभा रहा है.
  • डाक योजनाएं अत्यधिक सुरक्षित जमा प्रदान करने के लिए जानी जाती हैं. वे कम जोखिम के साथ अधिक ब्याज दर प्रदान करती हैं.

भोपाल। विश्व डाक दिवस हर साल 9 अक्टूबर को मनाया जाता है. विश्व डाक दिवस को 1969 में टोक्यो, जापान में आयोजित यूनिवर्सल पोस्टल कांग्रेस (यूपीयू) कांग्रेस ने मनाने का आह्वान किया था. इसे 1874 में यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन (यूपीयू) के निर्माण की वर्षगांठ को याद करने के तौर पर मनाया जाता है.

क्यों मनाया जाता है World Post Day

विश्व डाक दिवस का मकसद लोगों और कारोबार में दैनिक जीवन में पोस्ट की भूमिका के साथ-साथ वैश्विक सामाजिक और आर्थिक विकास में इसके योगदान के बारे में जागरूकता लाना है. इस दिन पोस्ट के नए उत्पादों और सेवाओं को पेश किया जाता है. दुनिया भर के 150 देश हर साल इसे मनाते हैं.

इस साल की थीम है ' Innovate to recover'

हर साल इस दिवस को एक खास थीम के साथ मनाया जाता है. विश्व डाक दिवस 2021 का विषय ' Innovate to recover' है. यह विषय डाक व्यवस्था की उस हालत पर प्रकाश डालता है जिसका अब पटरी पर लौटना काफी मुश्किल है. सब कुछ डिजिटल होने के साथ, डाक सेवा अब आकर्षक नहीं रही. यूपीयू ने फिर से डाकसेवाओं को आकर्षक बनाने के लिए सभी से मदद का आग्रह किया है.

इस दिन का महत्व

विश्व में 650,000 से अधिक कार्यालय और 5.3 मिलियन कर्मचारी आज भी डाक सेवा से जुडे हुए हैं. आज के दिन सराहनीय कार्य करने वाले डाक विभाग के कर्मचारियों को पुरस्कृत किया जाता है. सबसे अहम बात यह है कि विश्व डाक दिवस कारोबार और रोजमर्रा की जिंदगी में डाक विभाग की भूमिका के बारे में जागरूकता पैदा करता है.

डाक का इतिहास

डाक की कहानी सन् 1600 के आसपास की है. जब विभिन्न देशों में डाक प्रणाली स्थापित होने लगी और कई लोग इसका उपयोग करने लगे. बाद में 1800 के दशक में वैश्विक डाक सेवाओं की स्थापना हुई. यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन की स्थापना वर्ष 1874 में हुई थी.

इंडिया पोस्ट है देश की शान

  • डाक विभाग (डीओपी) DoP का व्यापारिक नाम है, जो संचार मंत्रालय के तहत काम करता है.
  • 1, 55,531 डाकघरों के साथ, DoP के पास दुनिया में सबसे व्यापक डाक नेटवर्क है.
  • भारत का डाक विभाग डाक वितरण, लघु बचत योजनाएं, डाक जीवन बीमा (पीएलआई) और ग्रामीण डाक जीवन बीमा (आरपीएलआई) सहित कई योजनाएं चलाता है.
  • डाक विभाग महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (MGNREGS) मजदूरी वितरण और वृद्धावस्था पेंशन भुगतान जैसी सेवाओं में सबसे आगे है.
  • डाक विभाग अपने विशाल नेटवर्क के कारण सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयनमें एक प्रमुख भूमिका निभा रहा है.
  • डाक योजनाएं अत्यधिक सुरक्षित जमा प्रदान करने के लिए जानी जाती हैं. वे कम जोखिम के साथ अधिक ब्याज दर प्रदान करती हैं.
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