भोपाल। भाई संस्था के पास एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें अपना खून-पसीना बहाकर घर बनाने के बाद भी एक व्यक्ति को उसकी पत्नी ने उसके घर से बाहर निकाल दिया है. अब बीमारी के कारण अपाहिज हो चला पति जगह-जगह न्याय की उम्मीद में भटक रहा है.(brother organization in Bhopal)
न्याय के लिये भटक रहा पीड़ित: बीमार पति को घर से निकालने पर पीड़ित ने इसके संबंध में भाई संस्था भोपाल के हेल्पलाइन नंबर 8882498498 पर कॉल करके मदद मांगी है. संस्था के भोपाल को-ऑर्डिनेटर जकी अहमद ने बताया कि पीड़ित को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से मदद दिलाने की कोशिश की जा रही है. साथ ही आवश्यकता होने पर उसे आर्थिक मदद भी दी जाएगी.
शादी के 11 साल बाद जन्मा बेटा: पीड़ित ने बताया कि शादी के दस साल तक संतान न होने के बाद 11वें साल दंपति के यहां बेटे का जन्म हुआ. पत्नी की इच्छा थी कि दंपति का अपना खुद का घर हो, लेकिन संयुक्त परिवार के साथ यह संभव नहीं था. इसलिए पत्नी ने मायके में घर बनाए जाने की बात कही और कहा कि बिना किसी को बताए उसके मायके देवास में घर बनाया जाए. इतने सालों बाद बच्चे की खुशी के बीच पति ने इसे पत्नी के लिए उपहार मानते हुए 'हां' कह दिया, और इसके लिए उसने डबल काम शुरू किया. पहले की सारी सेविंग्स मिलाकर पति ने देवास में घर बनवाया. (Bhopal wife took husband out of house)
पत्नी ने पति को नहीं समझा किसी काम का: पीड़ित की शादी को 16 साल हुए हैं. दंपति संयुक्त परिवार में रह रहे थे. साल भर पहले पति को लकवा मार गया और पत्नी मायके चली गई और कुछ दिन बाद देवास वाला घर किराएदार से खाली करवाकर उसमें रहने लगी. इधर पति, अपने माता-पिता के साथ रहकर बीमारी से लड़ रहा था. मां पहले से ही बीमार थी और पिता की भी पिछले साल मृत्यु हो गई थी. इसके बाद भाई ने भी किनारा कर लिया. हर तरफ से निराश पति देवास गया, लेकिन पत्नी ने उसे घर में नहीं घुसने दिया. पत्नी ने कहा कि तुम मेरे किसी काम के नहीं हो इस बीच उसे उसकी बहन और जीजा ने सहारा दिया है. पति ने पुलिस में शिकायत की तो पत्नी ने उल्टा जीजा और भानजे के खिलाफ झूठी शिकायत दर्ज करा दी है.(Bhopal Crime News)