भोपाल। राजधानी भोपाल में आयोजित राष्ट्रीय जल सम्मेलन में जल पुरुष के नाम से मशूहर राजेंद्र सिंह ने भी शिरकत की. इस दौरान उन्होंने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए नदियों के विषय पर चर्चा की. राजेंद्र सिंह ने कहा कि पानी का सरंक्षण करना है तो सबसे पहले नदियों का सरंक्षण किया जाना आवश्यक है. राजेंद्र सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश में भरपूर पानी है, लेकिन इसका ठीक से प्रबंधन नहीं होने की वजह से लोगों को पानी की कमी से जूझना पड़ रहा है. पानी के बेहतर प्रबंधन के लिए सामुदायिक विकेंद्रीकरण व्यवस्था लागू करनी होगी. बारिश के पानी को बचाया जाए और नदियों का संरक्षण किया जाए, ऐसा करने से पानी की समस्या खत्म हो जाएगी.
राइट टू वाटर एक्ट एक अच्छी पहल
राजेंद्र सिंह ने कहा कि कमलनाथ सरकार ने राइट टू वाटर एक्ट की जो शुरुआत की है, वह एक अच्छी पहल है. इससे मध्यप्रदेश के लोगों को जुड़ना चाहिए. ऐसा करने से नदियों के सरंक्षण मिलेगा. जो प्रदेश के लिए फायदेमंद साबित होगा. जल अधिकार अधिनियम बनता है तो देश के अन्य राज्य भी इस दिशा में काम करेंगे.
प्रदेश में किया जाए नदियों के पानी का सरंक्षण
राजेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश में इतनी नदियां हैं, यहां पानी की कोई कमी नहीं है, लेकिन पानी के सरंक्षण का प्रबंधन सही नहीं है, बारिश का पानी नदियों से होकर बह जाता है. जिसे सबसे पहले सरंक्षित किया जाना चाहिए. जब हम एक हाथ से पानी बचाएंगे तो दूसरे हाथ से उसी पानी का इस्तेमाल कर सकेंगे.