भोपाल। विदिशा के कुरवाई में सीएम राइज स्कूल में मजार के बाद कुरवाई में एक और सरकारी स्कूल में मजार मिली है. नया मामला आने के बाद बवाल मच गया है. राजनीतिक दलों ने अब बयानबाजी शुरू कर दी है. कांग्रेस ने भाजपा पर निशाना साधा है.
स्कूलों में पढ़ाने वाले मुस्लिम शिक्षकों को चेतावनी: कुरवाई में एक और सरकारी स्कूल में मजार मिलने के बाद बीजेपी के विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा है कि जितने भी स्कूलों में धर्म विशेष की गतिविधियां संचालित की जा रही है उन पर सरकार कड़ा एक्शन लेगी. रामेश्वर शर्मा ने स्कूलों में पढ़ाने वाले मुस्लिम शिक्षकों को भी चेतावनी दी है कि वे बच्चों को शिक्षा दें न कि जिहादी मानसिकता लागू करें.
बीजेपी के पास अब कुछ बचा नहीं है: वहीं, कांग्रेस सरकार में पूर्व मंत्री रहे पीसी शर्मा ने मामले पर बचाव करते हुए कहा कि- "कुरवाई हो या भोपाल यह कभी नवाबी स्टेट रहे हैं. उस जमाने में मजार बहुत सी जगह बनी और यह सब जांच का विषय है कि यह मजार कब बनाई गई." पीसी कहते हैं कि बीजेपी के पास अब कुछ बचा नहीं है, लोग महंगाई, बेरोजगारी से परेशान हैं उस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है." शर्मा ने कहा कि- "इस तरह की राजनीति कर लोगों को बांटने का काम बीजेपी कर रही है. पेट्रोल,कर्मचारी, महंगाई, किसान आत्महत्या पर बात नहीं कर रहे हैं, बल्कि इस तरह की बातें कर रहे हैं, या फिर महाकाल कॉरिडोर का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे इस तरह की बातें कर रहे हैं, जबकि इसकी शुरुआत कमलनाथ जी ने की थी".
हालांकि, इस मामले में प्रिंसिपल साइना को सस्पेंड कर दिया गया है, साथ ही डीईओ के खिलाफ भी जांच के आदेश दे दिए गए हैं. स्कूलों में मजार का ये पहला मामला नहीं है इसके पहले भोपाल सेंट्रल स्कूल में मजार पाई गई जिसे लेकर भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह भी विरोध कर चुकी हैं. (Vidisha School Mazar Controversy)(bjp congress face to face)