भोपाल। मध्य प्रदेश के सियासी संग्राम पर तीन दिन बाद आखिरकार सुप्रीम कोर्ट का सुप्रीम फैसला आ गया. सुप्रीम कोर्ट ने कमलनाथ सरकार को शुक्रवार के दिन शाम पांच बजे तक फ्लोर टेस्ट कराने का आदेश दिया है. यह फ्लोर टेस्ट प्रदेश में चल रही राजनीतिक अस्थिरता को खत्म करेगा और इस फ्लोर टेस्ट के साथ तय होगा जाएगा कि मध्य प्रदेश में कमल का राज होगा या कमलनाथ का. सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में फ्लोर टेस्ट के दौरान कुछ अहम निर्देश दिए हैं. हम आपको सिलसिलेवार वो अहम मुद्दे बताते हैं जो सुप्रीम कोर्ट ने फ्लोर टेस्ट के लिए दिए हैं.
फ्लोर टेस्ट के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने दिए कुछ अहम आदेश
- फ्लोर टेस्ट के दौरान वीडियोग्राफी की जाएगी
- कांग्रेस के बागी विधायकों के विधानसभा में आने का कोई दवाब नहीं होगा
- फ्लोर टेस्ट के दौरान विधायक हाथ उठाकर वोटिंग करेंगे
- सभी विधायक अपना वोट देने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र होंगे
- फ्लोर टेस्ट के दौरान विधानसभा की कार्यवाही का लाइव प्रसारण किया जाए
- विधानसभा सत्र का एकमात्र एजेंडा फ्लोर टेस्ट रहेगा और कुछ नहीं
- फ्लोर टेस्ट के दौरान कोई भी अधिकारी किसी आदेश का उल्लघंन न करें
यानि फ्लोर टेस्ट के लिए सुप्रीम कोर्ट का पूरी पारदर्शिता वाला फैसला नजर आ रहा है. जिसमें किसी भी प्रकार की चूक नजर नहीं आती. इस फैसले के बाद प्रदेश में कमलनाथ की सरकार बचेगी या नहीं यह शुक्रवार को तय हो जाएगा. यानि अब देशभर की नजरें शुक्रवार को होने वाले फ्लोर टेस्ट पर होगी.