भोपाल। विश्व खेल दिवस पर इस बार आयोजित होने वाला कार्यक्रम ऑनलाइन किया जा रहा है. मध्य प्रदेश से इस बार प्रदेश के राज्यीय खेल मलखंब के कोच योगेश मालवीय को द्रोणाचार्य और दिव्यांग वर्ग में ग्वालियर के पैरा स्वीमर सत्येंद्र को तेन सिंह नॉर्वे पुरुस्कार दिया जाएगा. इन्ही सब मुद्दो पर मध्य प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण विभाग के मुख्य निदेशक पवन जैन ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
निदेशक पवन जैन ने बताया कि हर साल खेल दिवस पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम इस बार ऑनलाइन किए जा रहे हैं. प्रदेश के दो खिलाड़ी योगेश मालवीय सत्येंद्र को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ऑनलाइन तरीके सम्मानित करेंगे. उन्होंने कहा कि यह मध्य प्रदेश के लिए गर्व का विषय कि इस बार दो खिलाड़ियों को सम्मानित किया जा रहा है.
धीरे-धीरे शुर हो रही खेलों गतिविधियां
पवन जैन ने बताया कि कोरोना के चलते खेलों में भी बहुत बदलाव आया है. एमपी में भी खेलों की सभी गतिविधियां लगभग बंद हो गई थी. लेकिन अब अनलॉक की प्रक्रिया शुरु होने के बाद फिर से खेलों को शुरु करने की तरफ काम शुरु हो गया है. उन्होंने बताया कि खिलाड़ियों को संक्रमण से बचाने के लिए क्या व्यवस्थाएं की जाएंगी.
पवन जैन ने बताया कि हमारे जो भी खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय सम्भावनाओं वाले है. जो ओलंपिक और राष्ट्र मंडल में जाने वाले खिलाड़ी है. ऐसे खिलाड़ियों के खेल पर अब ज्यादा असर न पड़े इसके लिए हमने एक तय प्रोटोकॉल का तहत खेल गतिविधियों को शुरू किया है. सभी खिलाड़ियों का कोविड टेस्ट भी कराया गया है. अभी 90 खिलाड़ियों को वापस अभ्यास के लिए बुलाया गया है. धीरे-धीरे सभी खेलों को शुरू किया जाएगा.
अभिनव बिंद्रा से भी चल रही बात
निदेशक पवन जैन ने बताया कि हम इंग्लैंड की यूनिवर्सिटी और गोल्ड मेडलिस्ट अभिनव बिंद्रा से संवाद कर रहे है. कि खिलाड़ियों के लिए जो भी मुश्किल समय रहा है, उनमें यदि अवसाद की स्थिति है तो उसके लिए क्या किया जाये. साथ ही खिलाड़ियों को वापस उनके ट्रैक पर लाने के लिए स्पोर्ट्स साइंटिस्ट और सायक्लोजिस्ट की मदद भी ली जाएंगी.
बता दें कि राजधानी के टीटी नगर स्टेडियम में डे बोर्डिंग में काफी संख्या में खिलाडी एक साथ रहते है. ऐसे में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. इस बारे में निदेशक ने बताया कि हमने अभी कोशिश की है कि कोविड काल मे बने नियमो का पालन किया जाएं. सोशल डिस्टनसिंग रखी जाए. साथ ही मैदान में भी नियमों के पालन के लिए निगरानी रखी जा रही है. ताकि खिलाड़ी खुद को कोरोना से सुरक्षित रख सके.