भोपाल। मध्य प्रदेश पुलिस ने जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) से जुड़े चार 'तकनीकी-समझदार जिहादियों' को गिरफ्तार करने के कुछ दिनों बाद, कुछ और संदिग्ध पुलिस के रडार पर हैं और जल्द ही उनके गिरफ्तार होने की संभावना है. एमपी पुलिस के सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है. गिरफ्तार जेएमबी सदस्यों से पूछताछ के बाद मिली जानकारी के आधार पर आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) की कई टीमें उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल समेत विभिन्न राज्यों में कुछ और संदिग्धों की तलाश में जुटी हैं.
पूछताछ में आतंकियों से मिली अहम जानकारियां: इस मामले में अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिसकी निगरानी राष्ट्रीय जांच एजेंसी कर रही है. सूत्रों के मुताबिक, जिन लोगों ने छह लोगों से पूछताछ की है, उन्हें जेएमबी की आतंकी योजनाओं के बारे में अहम जानकारियां मिली हैं. पहले चार संदिग्धों को भोपाल में कई स्थानों पर एमपी पुलिस और केंद्र की एजेंसियों द्वारा एक दिवसीय तलाशी अभियान के बाद 13 मार्च को गिरफ्तार किया गया था. उनमें से तीन को एक आवासीय भवन से गिरफ्तार किया गया था, जबकि चौथे को बाद में दूसरे स्थान से गिरफ्तार किया गया था.
यूएपीए और फॉरेनर्स एक्ट के तहत मामला दर्ज: गिरफ्तार किए गए लोगों में फजहर अली, मोहम्मद अकील, जहूरुद्दीन और फजहर जैनुल अबदीन शामिल हैं. इनमें से तीन बांग्लादेशी नागरिक हैं और एक बिहार का है. भोपाल जिला अदालत ने 14 मार्च को उन्हें 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया था, उन पर यूएपीए और फॉरेनर्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है.
आतंकियों की कॉल सूचियों में मिले विदेशी नंबर: मध्य प्रदेश पुलिस के सूत्रों ने एक समाचार एजेंसी को बताया कि मुख्य तीन संदिग्धों की 14 दिन की पुलिस रिमांड 27 मार्च को समाप्त हो जाएगी और तब तक कुछ और संदिग्धों की गिरफ्तारी की संभावना है. इनके पास से भारी मात्रा में जिहादी साहित्य, लैपटॉप और मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं. प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि आतंकी आरोपी सोशल मीडिया और एक ऐप के जरिए अपने आकाओं, जिनमें ज्यादातर बांग्लादेश स्थित हैं, उनके संपर्क में थे. उनकी मोबाइल फोन कॉल सूचियों में विदेशी नंबर हैं.
इनपुट - आईएएनएस