भोपाल। कोरोना से मौत के आंकड़ों को लेकर शिवराज सरकार घिरती जा रही है. चिरायु हाॅस्पिटल के CMD डाॅ. अजय गोयनका ने सरकार की ओर से बताए जा रही मौत की कम संख्या पर सवाल खड़े किए हैं. डॉ गोयनका ने कहा कि यहां हर दिन 12 से 15 मौतें हो रही हैं.जबकि सरकारी आंकड़ों में कोरोना की दूसरी लहर में प्रदेश 2 से लेकर 37 मौतें ही बताई जा रही हैं.
ये है पूरा मामला
सोशल मीडिया पर एक खबर आई कि भोपाल के सबसे बड़े कोविड हाॅस्पिटल चिरायु में देर रात ऑक्सीजन की कमी से करीब 34 मरीजों की मौत हो गई. हालांकि कुछ मिनट बाद ही इस मैसेज को डिलीट कर दिया गया. मैसेज के बाद हाॅस्पिटल का एक वीडियो भी वायरल हुआ. जिसमें सुबह बहुत जल्दबाजी में ऑक्सीजन टैंकर पहुंचा. खबर को लेकर जब चिरायु हाॅस्पिटल के संचालक डाॅ. अजय गोयनका से पूछा तो उन्होंने बताया कि तमाम कोशिशों के बाद भी यहां पिछले एक सप्ताह में रोजाना 12 से 15 कोरोना मरीजों की मौत हो रही है. ऐसी ही स्थिति दूसरे अस्पतालों की भी है. डाॅ. गोयनका के इस बयान से कोरोना से मौतों के सरकारी आंकड़ों पर सवाल खड़े हो गए हैं.
सरकार के आंकड़े
राज्य सरकार हर रोज कोरोना से जुड़ी जानकारी के लिए हेल्थ बुलेटिन जारी करती है. हेल्थ बुलेटिन की मानें तो 12 अप्रेल को प्रदेश में 37 मौतें हुई हैं, जबकि 11 अप्रेल को 24, 10 अप्रेल को 24, 9 अप्रेल को 23, 8 अप्रेल को 27 मौतें हुई हैं. इस तरह अगर चिरायु में होने वाली हर रोज मौतों के आंकड़ों को हटा लिया जाए तो क्या भोपाल के एक अस्पताल में आधी मौतें हो रही हैं.जाहिर है सरकार या तो मौतों के आंकड़ों पर पर्दा डालना चाहती है.
दावों में कितना दम ? नहीं होने देंगे ऑक्सीजन, बेड, दवा की कमी
मंगलवार को चिरायु में हुई 18 कोरोना मरीजों की मौत
चिरायु में ऑक्सीजन की कमी से 34 लोगों की मौत की खबर को हाॅस्पिटल प्रबंधन ने भले ही इसे सिरे से नकार दिया है. लेकिन चिरायु में आज 18 कोरोना मरीजों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. इनका भदभदा विश्राम गृह में अंतिम संस्कार किया गया.