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SIT में हो रहे फेरबदल पर शिवराज ने साधा निशाना, कहा- इस तरह से बदलाव होंगे तो शक होगा ही

बहुचर्चित हनीट्रैप मामले को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं, इसकी जांच के लिए पहले सरकार ने एसआईटी गठित की फिर एक के बाद एक इसके अधिकारियों को बदला गया. इस फेरबदल पर शिवराज सिंह ने प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया है.

शिवराज सिंह चौहान
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Published : Oct 2, 2019, 3:08 PM IST

Updated : Oct 2, 2019, 3:17 PM IST

भोपाल। हनी ट्रैप मामले में गठित एसआईटी में हो रहे फेरबदल को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने सवाल खड़े किए हैं. शिवराज सिंह ने कहा ऐसा मजाक है, जो ऐसी गंभीर घटना के प्रति सरकार के दृष्टिकोण को दिखाता है. उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 'यदि इस तरह SIT में बदलाव किए जाएंगे तो शक किया ही जाएगा, मैंने पहले ही कहा था कानून को अपना काम करने देना चाहिए.' आपको बता दें मामले में गठित एसआईटी में अभी तक तीन बार बदलाव हो चुके हैं.

SIT में बदलाव पर बीजेपी का जुबानी हमला
प्रदेश के बहुचर्चित हनीट्रैप मामले को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं, इसकी जांच के लिए पहले सरकार ने एसआईटी गठित की फिर उसके एक दिन बाद ही उन अधिकारियों का तबादला कर दिया, जिन्हें इसकी जिम्मेदारी दी गई. कुछ दिन बाद फिर एक नई टीम को मामले की जांच करने के लिए गठित किया गया, जिसमें वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी संजीव शमी को इसका चीफ बनाया गया था.


मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी इस टीम से मामले की जानकारी मांगी थी और उसके 2 दिन बाद टीम में एक बार फेरबदल करते हुए वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी राजेंद्र कुमार को एसआईटी का चीफ बनाया गया. लगातार हो रहे बदलाव को लेकर बीजेपी ने कई सवाल खड़े किए हैं.


आपको बता दें हनी के मामले में इस तरीके की जानकारियां सामने आ रही हैं कि इसमें कई वरिष्ठ ब्यूरोक्रेट्स और राजनीतिक पकड़ रखने वाले लोगों लिप्ट हैं, ऐसे में जिस तरीके से SIT में बदलाव हो रहा है, जो कि मामले की जांच पर कई सवाल खड़े कर रहा है.

भोपाल। हनी ट्रैप मामले में गठित एसआईटी में हो रहे फेरबदल को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने सवाल खड़े किए हैं. शिवराज सिंह ने कहा ऐसा मजाक है, जो ऐसी गंभीर घटना के प्रति सरकार के दृष्टिकोण को दिखाता है. उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि 'यदि इस तरह SIT में बदलाव किए जाएंगे तो शक किया ही जाएगा, मैंने पहले ही कहा था कानून को अपना काम करने देना चाहिए.' आपको बता दें मामले में गठित एसआईटी में अभी तक तीन बार बदलाव हो चुके हैं.

SIT में बदलाव पर बीजेपी का जुबानी हमला
प्रदेश के बहुचर्चित हनीट्रैप मामले को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं, इसकी जांच के लिए पहले सरकार ने एसआईटी गठित की फिर उसके एक दिन बाद ही उन अधिकारियों का तबादला कर दिया, जिन्हें इसकी जिम्मेदारी दी गई. कुछ दिन बाद फिर एक नई टीम को मामले की जांच करने के लिए गठित किया गया, जिसमें वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी संजीव शमी को इसका चीफ बनाया गया था.


मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी इस टीम से मामले की जानकारी मांगी थी और उसके 2 दिन बाद टीम में एक बार फेरबदल करते हुए वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी राजेंद्र कुमार को एसआईटी का चीफ बनाया गया. लगातार हो रहे बदलाव को लेकर बीजेपी ने कई सवाल खड़े किए हैं.


आपको बता दें हनी के मामले में इस तरीके की जानकारियां सामने आ रही हैं कि इसमें कई वरिष्ठ ब्यूरोक्रेट्स और राजनीतिक पकड़ रखने वाले लोगों लिप्ट हैं, ऐसे में जिस तरीके से SIT में बदलाव हो रहा है, जो कि मामले की जांच पर कई सवाल खड़े कर रहा है.

Intro:हनी ट्रैप मामले में गठित एसआईटी में हो रहे फेरबदल को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने सवाल खड़े किए हैं शिवराज ने कहा ऐसा मजाक है जो ऐसी गंभीर घटना के प्रति सरकार के दृष्टिकोण को दर्शाता है यदि आप रोज s-it में बदलाव करोगे तो संदेह के पास हो तो खड़े होंगे ही मैंने पहले ही कहा था कानून को अपना काम करने देना चाहिए आपको बता दें मामले में गठित एसआईटी में अभी तक तीन बार बदलाव हो चुके हैं


Body:मध्य प्रदेश के बहुचर्चित हनीट्रैप मामले को लेकर कई प्रकार के सवाल खड़े हो रहे हैं इसकी जांच को पहले सरकार ने एसआईटी गठित की थी उसके एक दिन बाद ही उन अधिकारियों का तबादला कर ने अधिकारियों को इसकी जिम्मेदारी दी गई लेकिन उसके तुरंत बाद फिर एक नई टीम को मामले की जांच करने के लिए गठित किया गया जिसमें वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी संजीव शमी को ऐसा ही चीज बनाया गया था मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी ऐसा ही टीम से मामले की जानकारी मांगी थी और उसके 2 दिन बाद फिर ऐसा ही फेरबदल करते हुए वरिष्ठ अधिकारी आईपीएस अधिकारी राजेंद्र कुमार को एसआईटी बनाया गया लगातार ऐसा ही में बदलाव को लेकर बीजेपी ने कई सवाल खड़े किए हैं कि आखिर बार-बार बदलने से संदेह पैदा हो रहा


Conclusion:आपको बता दें हनी के मामले में इस तरीके की जानकारियां सामने आ रही हैं कि कई वरिष्ठ ब्यूरोक्रेट्स और बड़े राजनीतिक पकड़ रखने वाले नेता शामिल हैं ऐसे में जिस तरीके से s-it में बदलाव हो रहा है यह बात मैं और संदेह पैदा करता है कि आखिर बार-बार s.i.t. में परिवर्तन करना सरकार की इस मंशा के तहत हो रहा है

बाइट- शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री
Last Updated : Oct 2, 2019, 3:17 PM IST
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