भोपाल। कश्मीर मामले को पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की देन करार देने वाले अपने बयान को दोहराते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वो अपने स्टैंड पर कायम हैं. शिवराज ने कहा कि कश्मीर की समस्या पंडित नेहरू की ही देन है, इस मामले में उनसे अपराध हुआ है. शिवराज सिंह ने कहा कि नेहरू जी को शेख अब्दुल्ला से इतना प्रेम था कि उन्होंने तब के कानून मंत्री बाबा साहेब अंबेडकर के विरोध के बाद भी कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा दे दिया था, जिसका अभिशाप भारत ने 70 वर्षों तक भुगता, यह सब पंडित नेहरु की वजह से हुआ था.
शिवराज सिंह चौहान ने उन्होंने उड़ीसा में जो बयान दिया था, वह अब भी उस पर कायम हैं. उन्होंने कहा कि मैं देश के सभी महापुरुषों का सम्मान करता हूं, लेकिन मेरे लिए राष्ट्र सर्वोपरि है. राष्ट्र के साथ जो अपराध करता है, वह सबसे बड़ा अपराधी होता है. उन्होंने कहा कि आखिर शेख अब्दुल्ला से नेहरूजी को इतना प्रेम क्यों था, कि उनके कहने पर नेहरूजी ने जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा दिला दिया.
शिवराज सिंह ने कहा कि तत्कालीन कानून मंत्री डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने आर्टिकल- 370 का विरोध किया था. लेकिन तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू ने उनकी बात ना मानकर अयंगर से आर्टिकल- 370 का मसौदा तैयार करवाया. जिसके चलते घाटी हमेशा खून से रंग से रंगी रही. धारा 370 लागू होने से कश्मीर में केवल शेख अब्दुल्ला का परिवार फलता- फूलता रहा.
जम्मू-कश्मीर की आम जनता हमेशा गरीबी में रही. शिवराज ने कहा कि भारतीय फौज ने पाकिस्तानी सेना को कश्मीर से खदेड़ दिया था. लेकिन तब भी नेहरूजी ने इस मामले को अंतरराष्ट्रीय मामला बना दिया. एक तिहाई कश्मीर का हिस्सा आज अगर हमारा नहीं है, तो पंडित नेहरू की गलती के कारण. शिवराज सिंह चौहान के इस बयान के बाद प्रदेश में और देश की राजनीति में सियासत तेज हो गई है.