भोपाल। प्रदेश में नए डीजीपी की नियुक्ति को लेकर चल रहीं हलचलों के बीच एक अधिकारी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करके खुद को डीजीपी के पद के लिए योग्य बताया है, जिस पर पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने निशाना साधते हुए ट्वीट किया है कि, 'प्रदेश में अराजकता का माहौल बन गया है, अधिकारी खुद अपने लिए मन माफिक मद मांग रहे हैं'.
सूबे के पूर्व मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कमलनाथ सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा है कि कमलनाथ सरकार के राज में प्रदेश में अराजकता का माहौल बन गया है. व्यवस्थाएं ध्वस्त हैं, ऐसा लग रहा है कि, जनता के हित और प्रदेश की प्रशासनिक नियंत्रण की स्थिति कांग्रेस के राजनीतिक हितों की बलि चढ़ जायेगी ? अधिकारी स्वयं कहने लगे हैं कि, उन्हें फलां पद चाहिए. प्रदेश मजाक बनकर रह गया है.
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मध्यप्रदेश प्रशासन में अराजकता का माहौल है। व्यवस्थाएं ध्वस्त हैं। ऐसा लग रहा है कि जनता के हित और प्रदेश की प्रशासनिक नियंत्रण की स्थिति कांग्रेस के राजनैतिक हितों की बलि चढ़ जायेगी?अधिकारी स्वयं कहने लगे हैं कि उन्हें फलां पद चाहिए। प्रदेश मजाक बनकर रह गया है। #MP_मांगे_जवाब
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">मध्यप्रदेश प्रशासन में अराजकता का माहौल है। व्यवस्थाएं ध्वस्त हैं। ऐसा लग रहा है कि जनता के हित और प्रदेश की प्रशासनिक नियंत्रण की स्थिति कांग्रेस के राजनैतिक हितों की बलि चढ़ जायेगी?अधिकारी स्वयं कहने लगे हैं कि उन्हें फलां पद चाहिए। प्रदेश मजाक बनकर रह गया है। #MP_मांगे_जवाब
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) February 10, 2020मध्यप्रदेश प्रशासन में अराजकता का माहौल है। व्यवस्थाएं ध्वस्त हैं। ऐसा लग रहा है कि जनता के हित और प्रदेश की प्रशासनिक नियंत्रण की स्थिति कांग्रेस के राजनैतिक हितों की बलि चढ़ जायेगी?अधिकारी स्वयं कहने लगे हैं कि उन्हें फलां पद चाहिए। प्रदेश मजाक बनकर रह गया है। #MP_मांगे_जवाब
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) February 10, 2020
इससे पहले शिवराज सिंह ने प्रदेश सरकार पर वर्तमान डीजीपी वीके सिंह को हटाने का आरोप लगाया था. उन्होंने लिखा कि सरकार कर्तव्य परायण डीजीपी वीके सिंह को हटाने का प्रयास कर रही है और दूसरी ओर लोकतंत्र का अपमान करने वाले कलेक्टर को बनाए रखना चाहती है. सरकार को इसको अहम का प्रश्न नहीं बनाना चाहिए. सरकार को सत्य और न्याय के पाले में होना चाहिए, न कि झूठ व अन्याय के.
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कांग्रेस सरकार कर्तव्य परायण डीजीपी वी.के. सिंह को हटाने का प्रयास कर रही है और दूसरी ओर लोकतंत्र का अपमान करने वाले कलेक्टर को बनाए रखना चाहती है। सरकार को इसको अहम का प्रश्न नहीं बनाना चाहिए। सरकार को सत्य और न्याय के पाले में होना चाहिए, न कि झूठ व अन्याय के! #MP_मांगे_जवाब
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— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) February 9, 2020कांग्रेस सरकार कर्तव्य परायण डीजीपी वी.के. सिंह को हटाने का प्रयास कर रही है और दूसरी ओर लोकतंत्र का अपमान करने वाले कलेक्टर को बनाए रखना चाहती है। सरकार को इसको अहम का प्रश्न नहीं बनाना चाहिए। सरकार को सत्य और न्याय के पाले में होना चाहिए, न कि झूठ व अन्याय के! #MP_मांगे_जवाब
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) February 9, 2020
शिवराज कमलनाथ सरकार के खिलाफ सबसे मुखर होकर निशाना साध रहे हैं. बड़ी बात यह भी है कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार अपने गठन के बाद से ही अधिकारियों के तबादलों के मामले में विपक्ष के निशाने पर रही है. लेकिन अब डीजीपी पद के लिए एक वरिष्ठ अधिकारी की पोस्ट आने के बाद मामला गर्माता जा रहा है.