भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रियों को जिलों की जिम्मेदारी सौंपी है, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को इंदौर का जिम्मा सौंपा गया है, पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव को जबलपुर का प्रभार मिला है, सिंधिया समर्थक तुलसी सिलावट को ग्वालियर और हरदा का प्रभार मिला है, इसके साथ ही मुख्यमंत्री के बेहद करीबी और नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह को भोपाल की कमान सौंपी गई है.
1 July से 31 जुलाई तक ट्रांसफर पर लगा बैन हटा
मध्य प्रदेश सरकार ने ट्रांसफर पॉलिसी भी जारी कर दी है, जिसके तहत ट्रांसफर पर लगा बैन हटा दिया गया है, ट्रांसफर की अवधी 1 जुलाई से 31 जुलाई तक लागू रहेगी. इस पॉलिसी के तहत प्रभारी मंत्री की अनुशंसा के आधार पर ट्रांसफर किए जाएंगे. यही कारण है कि मुख्यमंत्री ने बुधवार की शाम मंत्रियों को जिले के प्रभार सौंप दिए हैं. वर्तमान परिस्थिति में कैबिनेट और राज्य मंत्रियों की संख्या 30 है, जबकि प्रदेश में 52 जिले हैं. इसी के चलते एक-एक मंत्री को दो-दो जिलों की जिम्मेदारी मिली है. जबकि भूपेंद्र सिंह और नरोत्तम मिश्रा सहित 8 मंत्रियों को सिर्फ एक-एक जिले की जिम्मेदारी मिली है.
अब तक निगम-मंडलों में नियुक्तियां नहीं
निगम- मंडलों में 15 महीने बाद भी अब तक नियुक्तियां नहीं की गई हैं, जबकि यह शिवराज का चौथा कार्यकाल है, हालांकि मंत्रियों को जिलों की जिम्मेदारी सौंप दी गई है, जिलों का बंटवार पिछले साल मार्च में सत्ता में आने के बाद से टाला जाता रहा, लेकिन इतने महीनों बाद अब जाकर मंत्रियों को जिलों का प्रभार सौंपा गया.
अप्रैल में मंत्रियों को मिली कोविड प्रभारी की जिम्मेदारी
मध्य प्रदेश में कोरोना की लहर को रोकने के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने अप्रैल में मंत्रियों को कोविड प्रभारी बनाया था. जिनको जिम्मेदारी दी गई थी, कि वो अपने प्रभार वाले जिले जाएं और कोरोना की रोकथाम के लिए काम करें.