भोपाल। आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के तहत शिवराज सरकार ने लोक निर्माण विभाग की दो प्राथमिकताएं तय की है. पहली प्राथमिकता तो यह है कि विभाग के अंतर्गत जो भी पुल, सड़कें और भवन बन रहे हैं, उनका तेज गति से निर्माण कार्य किया जाए. दूसरी प्राथमिकताएं तय की गई है कि प्रदेश में बनने वाले दो महत्वाकांक्षी एक्सप्रेस-वे अटल एक्सप्रेस-वे और नर्मदा एक्सप्रेस-वे का काम जल्द से जल्द शुरू किया जाए. लोक निर्माण विभाग के मंत्री गोपाल भार्गव तेज गति से अटल और नर्मदा एक्सप्रेस वे का निर्माण कराना चाहते हैं.
अटल एक्सप्रेस वे
पहले चंबल एक्सप्रेस वे के नाम से जाने जाना वाला एक्सप्रेस वे अब अटल एक्सप्रेस वे के नाम से जाना जाएगा. चंबल नदी के किनारे बनने वाला अटल एक्सप्रेस-वे राजस्थान के कोटा से यूपी के इटावा को जोड़ेगा. एक्सप्रेस-वे 404 किलोमीटर का सिक्स लेन एक्सप्रेसवे होगा. मध्य प्रदेश में 399 किमी,राजस्थान में 78 किमी और यूपी में 17 किलोमीटर अटल एक्सप्रेस-वे का निर्माण होगा.
नर्मदा एक्सप्रेस-वे
नर्मदा नदी के किनारे बसने वाले शहरों को जोड़ने के लिए नर्मदा एक्सप्रेस भी बनाया जा रहा है. अमरकंटक से अलीराजपुर तक बनने वाले एक्सप्रेस-वे की लंबाई 948 किलोमीटर होगी. इस एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ औद्योगिक,कृषि और उद्यानिकी गतिविधियों को सम्मिलित किया गया है.
जल्द से जल्द भू अर्जन करना पहली प्राथमिकता
आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के अंतर्गत लोक निर्माण विभाग की प्राथमिकताओं पर चर्चा करते हुए मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा है कि सड़कों,पुलों और भवनों के जल्द निर्माण हो. गुणवत्तापूर्ण निर्माण हो, यह प्राथमिकता है और प्रमुख दो प्राथमिकता एक तो अटल एक्सप्रेस-वे और दूसरा नर्मदा एक्सप्रेस वे की जल्द से जल्द भू अर्जन की कार्रवाई कर निर्माण शुरू कराने की है.