भोपाल। कर्ज लेकर सरकार चलाने के मामले में मध्य प्रदेश अव्वल होता जा रहा है, अब तक सरकार ने 2 लाख 52 हजार करोड़ का कर्ज ले रखा है, इसे चुकाने की बजाय शिवराज सरकार ने 100 करोड़ का विमान खरीदने की तैयारी कर रही है,
आपको बता दें कि सरकार को हर घन्टे ढाई करोड़ का ब्याज देना पड़ रहा है, लेकिन इससे शिवराज सरकार को कोई सरोकार नहीं है, सीएम शिवराज सिंह को अपनी हवाई यात्राओं के लिए एक अत्याधुनिक विमान चाहिए, टर्बो जेट विमान की कीमत 100 करोड़ होगी,और इसकी प्रक्रिया भी शुरू हो गई है, विमानन विभाग ने एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट का प्रस्ताव तैयार कर लिया है.
100 करोड़ के टर्बो जेट की क्या खासियत
साउंड प्रूफ होने के साथ यह बिना रुके दो हजार मील की उड़ान भर सकता है, 20 सीटर वाले इस विमान में मीटिंग के लिए बेहतर व्यवस्था होगी, यह 600 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ सकेगा.
साउंड प्रूफ रहेगा एग्जीक्यूटिव सीटें होगीं
बैठक के एक डीलक्स कमरा और अत्याधुनिक शौचालय भी होगा
वायरलेस कम्युनिकेशन सेट भी होगा
सेटेलाइट टीवी सेट भी रहेगा
ऐसा रहेगा शिवराज सरकार का विमान ,जिसमें सुख सुविधाओं के तमाम इन्तजाम
विधानसभा चुनाव 2018 के बाद कांग्रेस सत्ता में आई और कमलनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने इस 100 करोड़ रुपए के विमान को अधिक महंगा बताते हुए 61 करोड़ रुपए में एयर किंग बी 200 खरीदने का फैसला लिया, किंग बी विमान बेड़े में शामिल हो गया, लेकिन कोरोना की दूसरी लहर में रेमडेसिवर इंजेक्शन लाते वक्त यह विमान दुघर्टनाग्रस्त हो गया, दुघर्टना के बाद विमान को विमानन विभाग ने उड़ान भरने लायक नही माना और रिपोर्ट में कहा गया कि ये अब उड़ान नहीं भर सकेगा.
इंजीनियरों ने भी इसे अनुपयोगी करार दिया, सबसे चौकानें वाली बात ये है कि इस विमान का बीमा तक नहीं कराया गया था, एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट ब्यूरो ने एविएशन विभाग के कमिश्नर विजय दत्ता को चेतवानी दी और दो पायलट सैयद माजिद और को पायलट शिव जायसवाल का लाइसेंस 1 साल के लिए निलंबित किया.
61 करोड़ का प्लेन बना कबाड़
एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट ब्यूरो ने पूछा - पैसेंजर प्लेन को मालवाहक बनाने के पहले पूछा क्यों नहीं
जांच में सरकार को फटकार भी लगाई गई कि जो प्लेन पैसेंजर के लिए था, उसे मालवाहक क्यों बनाया गया और यदि इमरजेंसी थी, तो उसमें इंजेक्शन ढोने की अनुमति क्यों नहीं ली गयी. इस प्लेन के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद सरकार किराए का प्लेन इस्तेमाल कर रही है.
शिवराज सरकार हर महीने 2 करोड़ से ज्यादा की हवाई यात्रा किराए के प्लेन से करती है, 5 महीने में 9 करोड़ किराया दिया जा चुका है, जबकि बजट में 6 करोड़ का प्रावधान किया गया था, हाल ही में अनुपूरक बजट में 10 करोड़ का प्रावधान किया गया, जिसमें 4 करोड़ खर्च भी हो गए.
मध्यप्रेदश : सरकार का एक साल, खर्च बेहिसाब, ले ना डूबे कर्ज का अर्थशास्त्र
इसी के बाद अब सरकार नए टर्बो जेट प्लेन खरीदेगी और उसमें ही उड़ान भरेगी, हालांकि कांग्रेस कह रही है कि जब कमलनाथ मुख्यमंत्री थे, तो उन्होंने 100 करोड़ के प्लेन को न खरीदकर 61 करोड़ का प्लेन खरीदकर जनता का पैसा बचाया, लेकिन शिवराज सरकार ने 2018 के पहले ही 100 करोड़ का विमान खरीदने की कवायद शुरू कर दी थी, लेकिन सरकार नहीं बन पाई, लेकिन अब फिर से सरकार बना ली है, तो शिवराज क्यो मौका छोड़े, अब 100 करोड़ के उड़नखटोले में उड़ लें.