भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस संगठन में बदलाव की खबरों के साथ प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए खेमेबाजी शुरू हो गई है. मध्यप्रदेश कांग्रेस के अलग-अलग गुटों के नेता अध्यक्ष पद हासिल करने के लिए तरह- तरह की कवायद कर रहे हैं. मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने की मांग सबसे ज्यादा जोर पकड़ रही है.
कमलनाथ सरकार में ज्योतिरादित्य सिंधिया के गुट से जो मंत्री हैं, वह लगातार ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग कर रहे हैं. हालांकि सिंधिया को केंद्रीय स्तर पर कोई बड़ा पद मिलने की भी चर्चा जोर पकड़ रही है, लेकिन मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद पर उनकी दावेदारी को लेकर यह माना जा रहा है कि भले ही सिंधिया को केंद्रीय स्तर पर अहम पद मिले. लेकिन मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का भी सिंधिया खेमे का ही बने. इस रणनीति पर ज्योतिरादित्य सिंधिया का खेमा काम कर रहा है.
गुपचुप मीटिंग की चर्चा जोरों पर
पिछले दिनों दिल्ली में एक गुपचुप मीटिंग की भी चर्चा जोरों से सुनने को मिली है. जिसमें मध्य प्रदेश सरकार में सिंधिया गुट के मंत्री और विधायकों के शामिल होने की चर्चा है. जो खबरें सुनने को मिल रही हैं, उन पर भरोसा किया जाए तो इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष पद हासिल करने की रणनीति पर विचार-विमर्श किया गया है. यह बैठक इसी हफ्ते दिल्ली में सिंधिया समर्थक मंत्रियों और विधायकों की मौजूदगी में ज्योतिरादित्य सिंधिया के बंगले पर हुई.
अध्यक्ष पद में दिख रही सिंधिया की रुचि
कमलनाथ अध्यक्ष पद छोड़ने की पेशकश कर चुके हैं. अब जब लोकसभा चुनाव हो चुका है, जिसके बाद से सिंधिया खेमे की सक्रियता काफी तेजी से बढ़ी है. सिंधिया खेमे के मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, इमरती देवी, लखन यादव सिंधिया को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने की पेशकश कर चुके हैं.