भोपाल। राजधानी भोपाल के सिंधु भवन में महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान द्वारा प्रदेश के शिक्षकों के लिए संस्कृत शिक्षण प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें शिक्षकों को भारतीय संस्कृति से जुड़ी जानकारियां दी गई. कार्यक्रम में पहुंचे स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि इस तरह के आयोजन होते रहना चाहिए.
मंत्री डॉक्टर प्रभुराम चौधरी ने कहा संस्कृत विद्यालय हमारे विभाग के अंतर्गत आता है और ये प्रदेश का पहला संस्कृत विद्यालय है. जिसमें केवल महिलाएं अध्ययन कर रही हैं. आज हमारे देश की महिलाएं हर क्षेत्र में आगे हैं. उन्होंने कहा संस्कृत विद्यालय की बालिकाओं के लिए शिक्षा विभाग की ओर से संपूर्ण सहयोग दिया जाएगा.
कार्यक्रम में जगतगुरु शंकराचार्य ने बताया कि संस्कृत के बिना भारतीय संस्कृति एवं परंपरा का ज्ञान अधूरा है. संस्कृत को जैसा लिखा जाता है वैसा ही पढ़ा भी जाता है. संस्कृत भाषा के कई शब्द हिंदी सहित अन्य कई भारतीय भाषाओं में भी इस्तेमाल किए जाते हैं, जो शब्दकोश विचार अभिव्यक्ति को और अधिक प्रभावी बनाते हैं. इसलिए सभी को संस्कृति का अध्ययन करना चाहिए.