भोपाल। मध्यप्रदेश में रिकॉर्ड तोड़ बारिश का दौर पिछले दो दिनों से जारी है. 27 जिलों में जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. राजधानी भोपाल के हालात सबसे ज्यादा खराब हैं. यहां जगह-जगह सड़कों से लेकर घरों तक में पानी भर गया है. यहां के पॉश इलाके के घरों में पानी घुसने से लोगों का भारी नुकसान हुआ है. शहर की मुख्य सड़कों पर भी जलभराव होने से कई परिवार फंसे हुए हैं.
पॉश इलाके पानी पानी: भोपाल में जारी मूसलाधार बारिश की वजह से इंडस टाउन में लगभग 2 दर्जन घरों में पानी घुस गया. पानी की निकासी नहीं होने के चलते यह स्थिति बनी है. जिन लोगों के दो मंजिला मकान है वे ऊपरी हिस्से में पहुंच गए है. नगर निगम यहां नाव के जरिए लोगों का रेस्क्यू कर रहा है. यहां 18 परिवार फंसे हुए थे जिनका रेस्क्यू किया गया. शहर में रविवार-सोमवार के दरमियान 7.5 इंच से ज्यादा बारिश हुई है. कई बस्तियों में भी पानी भर गया है. इस बारिश की वजह से भोपाल के लिंक रोड पर संजीवनी क्लीनिक के पास पेड़ गिरने से एक युवक की मौत हो गई.
राजधानी में गिरी स्कूल की बिल्डिंग: भोपाल की निचली बस्तियों में महामाई के बाग, अंबेडकर नगर, पंचशील नगर में कई बस्तियों में पानी भर गया, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. महापौर मालती राय भी दिनभर कंट्रोल रूम में नगर निगम के साथ बैठी रही. इस दौरान वे लोगों और अधिकारियों से जानकारी हासिल करती रहीं. भारी बारिश की वजह से पुराने भोपाल के पास बने एक स्कूल की जर्जर इमारत गिर गई है. गनीमत यह रही कि वहां कोई बच्चा नहीं था, जबकि नगर निगम ने इस बिल्डिंग को गिराने के लिए पहले ही जर्जर घोषित कर नोटिस जारी किया था.