भोपाल। एनडीए और अन्य समर्थक दलों की राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू 3:30 बजे दोपहर भोपाल पहुंची. स्टेट हैंगर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, केंद्रीय मंत्री पहलाद पटेल, केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और बीजेपी के अन्य कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया. द्रोपदी मुर्मू के लिए स्वागत समारोह भी रखा गया था. इस स्वागत सतकार को लेकर द्रौपदी मुर्मू ने कहा, ये कभी भूला नहीं जा सकता है.
द्रौपदी मुर्मू का भव्य स्वागत: द्रौपदी मुर्मू ने मंच से कहा कि उनका इतना भव्य स्वागत हुआ, जिसे वह भूल नहीं सकती. इनके भव्य स्वागत के लिए पहले से जोरदार तैयारी की गई थी. स्टेट हैंगर पर बड़ा डोम लगाया गया था, जहां आदिवासी लोक कलाकारों ने परंपरागत तरीके से नाच कर उनका पारंपरिक स्वागत किया. उन्होंने अपनी संघर्ष यात्रा का भी उल्लेख किया और चुनाव में सबके सहयोग की अपेक्षा की. स्वागत कार्यक्रम के बाद मुर्मू मुख्यमंत्री आवास पहुंचीं.
भोपाल स्वागत पर द्रौपदी मुर्मू हुईं भावुक: द्रौपदी मुर्मू के लिए सीएम शिवराज ने मुख्यमंत्री आवास में ही पार्टी के सांसदों और विधायकों की बैठक बुलाई गई थी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी विधायकों और सांसदों के साथ बैठक बुलाई थी. बैठक में सबसे परिचय कराया गया, फिर मुख्यमंत्री निवास में ही मुर्मू ने सबसे बात की. इस दौरान मुख्यमंत्री निवास पर द्रौपदी मुर्मू भावुक हो गईं. उन्होंने कहा कि भारत के हृदय पावन मध्य प्रदेश ने मुझे जिस तरह का स्वागत दिया, ये भव्य स्वागत मेरी जिंदगी में पहली बार हुआ है. इसे मैं कभी भी भूल नहीं पाऊंगी.
मुर्मू ने कहा राज्य का सहयोग समर्थन मिलेगा मुझे: द्रौपदी मुर्मू शाम सात बजे भोपाल से नई दिल्ली लौट गईं. द्रौपदी मुर्मू ने अपने भाषण में कहा कि, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 4-4 बार मुख्यमंत्री बने हैं. यह राज्य हमारा है इसलिए इस राज्य का सहयोग समर्थन मुझे मिलेगा, लेकिन फिर भी चाह कर भी मुझे यहां से जाना ही है. उन्होंने जनता से बात करते हुए कहा, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने क्या कहा आज आपने पढ़ा होगा अखबारों में, कांग्रेस में सवाल उठ रहे हैं कि द्रोपदी मुर्मू क्यों नहीं? ऐसी हलचल किसी उम्मीदवार के नाम पर शायद भारत की धरती पर पहली बार मची है कि लोग सोचने पर विवश है कि दीदी क्यों नहीं, द्रोपदी मुर्मू क्यों नहीं?
सीएम ने कहा, पूरा देश दीदी के साथ है: वहीं शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, गुरुवार को यशवंत सिन्हा यहां आए थे. कांग्रेस के लोगों ने अनर्गल बातें की हैं, इसलिए मैं जिक्र कर रहा हूं कि भारतीय जनता पार्टी तो शुद्ध रूप से अपना काम करती है, लेकिन बेचैनी वहां भी है कि कहीं वोट ना चला जाए. उसके बाद बात की जा रही थी कि भारतीय जनता पार्टी वाले किसी को प्रलोभन दे रहे हैं, किसी को खरीदने की बात कर रहे हैं. अरे यहां तो पहले से ही इतने वोट है कि प्रलोभन का कोई प्रश्न ही पैदा नहीं होता. पूरा देश तो दीदी के साथ खड़ा हुआ है.
पीएम मोदी ने मुर्मू को फोन पर दी थी सूचना: सीएम शिवराज ने आगे कहा, द्रोपदी मुर्मू जमीन से जुड़ी महिला है. राज्यपाल नहीं रहने के बाद शहर में रुकने का उनका कोई काम ही नहीं, कोई घर नहीं, कोई मकान नहीं तो वह वापस अपने गांव चली जाएंगी. सीएम ने आगे कहा कि द्रौपदी मुर्मू ने कभी सोचा भी नहीं था की वे राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनेंगी. उन्हें तो प्रधानमंत्री मोदी ने अचानक फोन कर सूचना दी है.