भोपाल। ऑनलाइन ठगी के इंटरनेशनल रैकेट के खुलासे के बाद साइबर सेल ने चाइनीज आरोपी के खिलाफ सीबीआई के माध्यम से लुक आउट नोटिस जारी कर दिया है. यह लुक आउट नोटिस इंटरपोल को भेज दिया गया है, सायबर सेल को जांच में पता चला है कि चाइनीस आरोपी ने दौरान दिल्ली, मुंबई और कर्नाटक सहित कई शहरों में भी गया था. उधर सायबर सेल देश के दूसरे राज्यों में हुई इस तरह की वारदातों का रिकाॅर्ड भी बुला रहा है.
चाइनीज आरोपी ने ठगी के लिए बनाई थी दो कंपनियां
स्टेट सायबर मुख्यालय के एसपी गुरूचरण सिंह के मुताबिक ऑनलाइन ठगी को अंजाम देने के लिए चाइनीस व्यक्ति ने दो कंपनियां बनवाई थी, इसके लिए आरोपी दिल्ली, मुंबई सहित कई शहरों में गया था, सायबर सेल ने आरोपी की पहचान कर ली है और पहचान से जुड़े तमाम दस्तावेज का पता लगा लिया है.
सायबर सेल अब इसकी तैयारियों की कोशिश में जुट गई है. सायबर सेल ने सीबीआई के माध्यम से आरेापी के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी कर दिया है, साथ ही इसे इंटरपोल को भेज दिया गया है. आरोपी ने भारत में ठगी के लिए करीब 2 कंपनियां बनाई थी, जिसके माध्यम से करीब 50 करोड़ की ठगी को अंजाम दिया गया था.
देश भर में हुई इस तरह की वारदातों की ली जा रही जानकारी
उधर सायबर सेल ने अंतरराष्ट्रीय ठगी के खुलासे के बाद अब ऑल इंडिया साइबर सेल को इसकी जानकारी दे दी है और देश के दूसरे राज्यों में हुई इस तरह की दूसरी वारदातों की जानकारी को बुलाया जा रहा है, ताकि पता लगाया जा सके कि पाकिस्तान और चीनी नागरिक द्वारा और इस तरह के कितने लोगों को ठगी का शिकार बनाया गया है. सायबर सेल गिरफ्तार किए गए आरोपियों से भी पूछताछ कर रही है और पता लगाया जा रहा है कि पिछले समय में आरोपियों द्वारा कितनी और फर्जी कंपनियां बनाई गई थी.
6 घंटे में बना देते थे फर्जी कंपनी
साइबर सेल के अधिकारियों के मुताबिक गुड़गांव, दिल्ली, राजकोट से गिरफ्तार किए गए आरोपी सिर्फ 6 घंटे में कंपनी बनाकर तैयार कर देते थे, जिसमें कंपनी के डायरेक्टर से लेकर बैंक अकाउंट तक शामिल होता था, सायबर सेल मामले में अब बैंक अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है, अधिकारियों के मुताबिक बैंक अधिकारियों द्वारा बैंक में खाता खोलने की गाइडलाइन का पालन ही नहीं किया, बताया जा रहा है कि मामले में जल्द ही कुछ और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है.
अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन ठग गिरोह के पांच सदस्य गिरफ्तार, पाकिस्तान से जुड़े तार
यह है पूरा मामला
गौरतलब है कि भोपाल के युवा व्यवसायी से करीब 1 करोड़ की ऑनलाइन ठगी के मामले में साइबर सेल ने पाकिस्तानी लिंक का खुलासा किया है, पाकिस्तान और चीन का जालसाज ने भारत के गुडगांव, दिल्ली, राजकोट, मुंबई के प्रोफेशनल्स की मदद से जानीमानी कंपनी के नाम से फर्जी डेसबोर्ड और कंपनियां रजिस्टर्ड कराकर लोगों से ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे थे, ठगी गई रकम को बैंक अकाउंट से क्रिप्टो करेंसी और फिर डिजिटल मुद्रा टीथर में बदला जाता था, टीथर में बदलकर यह रकम पाकिस्तान और चीन पहुंच जाती थी.